सिसोदिया ने ट्वीट किया-फिनलैंड की शिक्षा व्यवस्था दुनिया में विख्यात है. यहां हमारे शिक्षकों को मिली ट्रेनिंग ने दिल्ली की शिक्षा क्रांति में अहम भूमिका निभाई है.
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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी सरकार और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के बीच सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजने के प्रस्ताव को खारिज करने के बाद तल्खी बढ़ गई है. शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने एलजी का इनकार दिल्ली के शिक्षा मॉडल पर एक हमला है.
शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में सिसोदिया ने कहा कि बहुत दुख और शोक के साथ एक मुद्दा आपके सामने रख रहा हूं. बीजेपी अब इस हद तक गिर गई है कि दिल्ली के गरीब बच्चों की शिक्षा पर वार करना शुरू कर दिया है. दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में सबसे महत्वपूर्ण कदम शिक्षकों की ट्रेनिंग है और अब बीजेपी ने इन शिक्षकों के प्रशिक्षण को रोकने का काम करना शुरू कर दिया है.
सिसोदिया ने बताया कि हम 30 शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजने वाले थे. मंजूरी के लिए हमने फाइल को एलजी दफ्तर भेजा था, लेकिन उसे रोकने के लिए कई कोशिश की गई और अब अंत में देश में ही ट्रेनिंग दे रहे हैं. सिसोदिया ने कहा कि अगर आपको दुनिया के साथ चलना है तो शिक्षकों को दुनिया की शिक्षा प्रणाली का अनुभव दिलाने के लिए विदेश भेजना ही होगा.
मनीष सिसोदिया ने कहा, एलजी साहब आप बीजेपी का साथ दें, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में अवरोध उत्पन्न न करें. इससे गरीब बच्चों का बहुत नुकसान होगा. इसलिए आपसे हाथ जोड़कर निवेदन है कि दिल्ली के गरीब बच्चों की शिक्षा को न रोकें. एमसीडी मेयर चुनाव को लेकर सिसोदिया ने कहा, हमने एलजी को तारीखों का सुझाव दिया है और मांग की है कि जल्द से जल्द चुनाव हों, ताकि दिल्लीवासियों को अपना नया मेयर मिल सके.
दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करना चाहती है बीजेपी
सिसोदिया ने ट्वीट किया-फिनलैंड की शिक्षा व्यवस्था दुनिया में विख्यात है. यहां हमारे शिक्षकों को मिली ट्रेनिंग ने दिल्ली की शिक्षा क्रांति में अहम भूमिका निभाई है पर BJP इतना गिर गई है कि LG के जरिये दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करना चाहती है. LG साहब से अनुरोध है. गरीब बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करें. LG साहब फिनलैंड में दिल्ली सरकार के टीचर्स की ट्रेनिंग को पहले delay करते है, फिर इसे रोकने के लिए कहते है कि ट्रेनिंग का cost benefit analysis कर लो. ये कैसा कुतर्क है? स्कूलों में आए परिवर्तन, बच्चों-अभिभावकों के बढ़ते आत्मविश्वास, शानदार रिजल्ट का क्या cost benefit analysis होगा?