Delhi News: राजधानी दिल्ली की AAP सरकार और केंद्र सरकार के बीच एक बार फिर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है. AAP की तरफ से भारत मंडपम में 20, 21 और 22 जनवरी को रामलीला कराने की अनुमति मांगी गई थी, जिसके नहीं मिलने पर मंत्री सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. वहीं BJP ने इस मुद्दे पर पलटवार करते हुए AAP को विवादों की पार्टी बताया. 


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क्या है पूरा मामला?
दिल्ली की AAP सरकार द्वारा 20, 21 और 22 जनवरी को रामलीला का आयोजन कराया जाना है. श्री राम कला केंद्र द्वारा की जाने वाली इस रामलीला को AAP सरकार भारत मंडपम में आयोजित कराना चाहती थी. मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि इसकी अनुमति देने के लिए आईटीपीओ ने हमें लटकाए रखा औरआखिरी दिन हमारी अनुमति खारिज कर दी, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.  उन्होंने कहा कि रखरखाव का हवाला देते हुए हमारा अनुरोध रद्द किया गया, जो पूरी तरह से निराधार है. ऐसा करने की वजह पूरी तरह से राजनीतिक है. 


दूसरे सभागार में आयोजित होगी रामलीला
इस दौरान सौरभ भारद्वाज ने जानकारी दी कि अब रामलीला का आयोजन दूसरी जगह किया जाएगा. 20, 21 और 22 जनवरी को प्यारेलाल भवन आईटीओ चौराहे के पास रामलीला का आयोजन होगा. 


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BJP ने कसा तंज
मंत्री सौरभ भारद्वाज के द्वारा रामलीला के मंचन को लेकर केंद्र सरकार पर लगाए आरोपों पर बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने पलटवार करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी विवादों की पार्टी बन गई है. सौरभ भारद्वाज ने आज  भगवान राम के उत्सव को भी विवाद से जोड़ दिया कि भारत मंडप में रामलीला के आयोजन की अनुमति नहीं दी गई. इस दौरान उन्होंने AAP पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो कुछ भी कर लें भगवान राम के प्रिय नहीं हो सकते हैं. इस दौरान उन्होंने CM केजरीवाल के एक बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि 'उनकी नानी ने बोला है कि किसी धार्मिक स्थल को तोड़कर मंदिर बनाना और वहां जाना भी सही नहीं है.' 


इस दौरान प्रवीण शंकर कपूर ने यह भी कहा कि भारत मंडप में किसी भी धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति नहीं है. उन्होंने खुद वहां पर एक कार्यक्रम करने का आवेदन दिया था, लेकिन उनका आवेदन भी स्वीकार नहीं किया गया.