नई दिल्ली: 7 दिनों से दिल्ली के सबसे बड़े अस्पताल AIIMS का सर्वर हैक है, इस बीच खबर आ रही थी कि हैकर्स ने 200 करोड़ रुपये की डिमांड की है. हालांकि दिल्ली पुलिस ने भी किसी भी तरह के पैसों की मांग वाली खबरों का खंडन किया है. इसके साथ ही सर्वर के पूरी  तरह सैनिटाइजेशन में अभी 4-5 दिन और लग सकते हैं. 



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क्या है पूरा मामला
23 नवंबर को सुबह AIIMS में लगातार कंप्यूटर सेंटर से मरीजों की रिपोर्ट नहीं मिलने की शिकायतें आ रहीं थी, जिसके बाद NIC की टीम द्वारा जांच शुरू की गई. इसमें सामने आया कि रैनसमवेयर अटैक करके AIIMS के सर्वर को हैक कर लिया गया है. जिसके बाद से भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) की मदद ली गई.


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AIIMS की सुविधाएं हो रही प्रभावित
AIIMS का सर्वर हैक होने की वजह से ऑनलाइन अपॉइंटमेंट,टेलीकंसल्टेशन जैसी सभी डिजिटल सेवाएं प्रभावित हो रही है, अभी सभी सेवाओं को मैनुअल मोड पर शुरू किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार सर्वर के पूरी  तरह सैनिटाइजेशन में अभी 4-5 दिन का समय और लग सकता है. अभी तक 1200 कंप्यूटर में एंटीवायरस इंस्टॉल किये गये हैं और 50 में से 20 सर्वर की स्कैनिंग का काम किया जा चुका है.  


AIIMS प्रशासन ने जारी किया सर्कुलर
सर्वर हैक होने के बाद अब AIIMS प्रशासन ने सर्कुलर जारी किया है, जिसके अनुसार डॉक्टर, नर्स, रिसर्चर समेत सभी कर्मचारी जो AIIMS के नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे थे, उनके कंप्यूटर फॉरमेट किए जाएंगे. इसके साथ ही प्रशासन ने सभी से डेटा का बैकअप उपलब्ध कराने के लिए भी कहा है.