Arvinder Singh Lovely: दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के बाद रविवार के दिन अरविंदर सिंह लवली ने प्रेस कॉनफ्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि वो किसी भी पार्टी में शामिल नहीं हो रहे हैं. अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है. उन्होंने केवल 'आप' के साथ गठबंधन के विरोध में पद को छोड़ा है.


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मुझे नियुक्ति करने की नहीं मिली अनुमति
इसके साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि  दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्यों की ओर से लिए गए सर्वसम्मति के निर्णय के बाद AICC महासचिव ने एकतरफा वीटो कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि DPCC में मेरी नियुक्ति के बाद से AICC महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने मुझे DPCC में कोई वरिष्ठ नियुक्ति करने की अनुमति नहीं दी है.


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नहीं मिली ब्लॉकों में नियुक्ति करने की मंजूरी
अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि डीपीसीसी के मीडिया प्रमुख के रूप में एक अनुभवी नेता की नियुक्ति के मेरे अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया. आज, AICC महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने डीपीसीसी को शहर के सभी ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की अनुमति नहीं दी, जिस वजह से आज की तारीख में दिल्ली के 150 ब्लॉकों में वर्तमान रूप में कोई अध्यक्ष नहीं है.


साल 2023 में बने थे प्रदेश अध्यक्ष
बता दें कि साल 2023 में अरविंदर सिंह लवली को दिल्ली कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. लेकिन अब जाकर उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के कई मंत्री गंभीर आरोपों में जेल में बंद हैं उसी पार्टी से कांग्रेस ने गठबंधन किया. इस वजह से वो अब पार्टी कार्यक्रताओं के हितों की रक्षा नहीं कर सकते हैं. इसलिए  उन्हें दिल्ली यूनिट का चीफ बने रहने में कोई दिलचस्पी नहीं है.