नई दिल्ली: पिछले दिनों रेसलर्स के कुश्ती के मैदान से जंतर-मंतर तक के सफर ने देशभर के लोगों के अंदर कई सवालों को जन्म दे दिया है. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और पहलवानों के बीच 7 घंटे तक चली बैठक के बाद रेसलर्स ने शुक्रवार को अपना धरना खत्म कर दिया. जिसके बाद से ही लगातार खेल मंत्रालय एक्शन में है. शनिवार को खेल मंत्रालय ने फेडरेशन के सहायक सचिव विनोद तोमर को सस्पेंड कर दिया है और WFI की सभी एक्टिविटीज को स्थगित करने का निर्णय लिया है. 


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क्या है पूरा मामला
विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक सहित देश के सभी नामी पहलवानों ने दिल्ली के जतंर-मंतर पर एकत्रित होकर  भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation of India) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न सहित कई गंभीर आरोप लगाए. इसके साथ ही बृजभूषण शरण सिंह को अध्यक्ष पद से हटाने की मांग को लेकर रेसलर्स धरने पर बैठ गए. शुक्रवार को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से 7 घंटे चली लंबी बातचीत के बाद रेसलर्स ने अपना धरना खत्म कर लिया. रेसलर्स के आरोपों के बाद खेल मंत्रालय एक्शन मोड में है.


खेल मंत्रालय को WFI का जवाब
रेसलर्स के आरोपों के बाद खेल मंत्रालय की तरफ से WFI से 72 घंटे के अंदर इस पर जवाब मांगा गया था, जिस पर रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI)  का कहना है कि प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ी अपने निजी हित के लिए WFI को बदनाम कर रहे हैं. इसके पीछे उनके पर्सनल रीजन हैं. 


सहायक सचिव विनोद तोमर हुए सस्पेंड
खेल मंत्रालय ने फेडरेशन के सहायक सचिव विनोद तोमर को सस्पेंड कर दिया है, उनपर खिलाड़ियों से रिश्वत लेने का आरोप है. साथ ही  विनोद तोमर ने  WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का पक्ष लेते हुए कहा था कि मैं उन्हें कई सालों से जानता हूं, खिलाड़ियों के आरोप निराधार हैं. 


बढ़ेंगी बृजभूषण की मुश्किलें
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के अनुसार इस पूरे मामले में जांच के लिअ एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जो 4 हफ्ते में अपनी जांच पूरी करेगी. इस दौरान कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण काम से दूर रहेंगे और जांच में सहयोग करेंगे.