1 अगस्त से बदल जाएगा चेक पेमेंट का नियम, रसोई गैस की कीमतों में भी हो सकता है इजाफा
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1274932

1 अगस्त से बदल जाएगा चेक पेमेंट का नियम, रसोई गैस की कीमतों में भी हो सकता है इजाफा

1 अगस्त से बैंक ऑफ बड़ौदा में पांच लाख रुपये या उससे अधिक के चेक पेमेंट के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम लागू हो जाएगा. साथ ही LPG की कीमतों में भी इजाफा हो सकता है.  

1 अगस्त से बदल जाएगा चेक पेमेंट का नियम, रसोई गैस की कीमतों में भी हो सकता है इजाफा

नई दिल्ली: जुलाई महीने को खत्म होने में 5 दिन ही बचे हैं. नए महीने की शुरुआत के साथ ही कई नियमों में बदलाव होने वाले है, जिसका असर आपकी जेब पर भी देखने को मिलेगा. अगस्त महीने से LPG की कीमत, चेक से जुड़े नियम सहित कई बड़े बदलाव होने वाले हैं. आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए इन सबसे जुड़ी जानकारी लेकर आएं हैं. 

चेक के नियम में बदलाव
RBI ने बैंक ऑफ बड़ौदा के चेक भुगतान नियमों में बदलाव के दिशा-निर्देश जारी किए थे, जो आगामी 1 अगस्त से प्रभाव में आ जाएंगे. इसके लागू होने के बाद पांच लाख रुपये या उससे अधिक के चेक पेमेंट के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम लागू हो जाएगा और चेक जारी करने वाले को SMS, नेट बैंकिंग या मोबाइल ऐप के द्वारा चेक से जुड़ी जानकारी बैंक को देनी होगी.  इसके बाद ही चेक क्लियर होगा. 

Anti Depressant: बुरे से बुरा गम भुला देगी 'म्यूजिक थेरेपी', नहीं पड़ेगी दवाओं की जरूरत

पॉजिटिव पे सिस्टम क्या है? 
भारतीय रिजर्व बैंक ( RBI) के द्वारा बैंकिंग धोखाधड़ी को रोकने के लिए साल 2020 में चेक के लिए ‘positive pay system’ शुरू करने का फैसला लिया गया है. इसके अनुसार अगर कोई चेक के माध्यम से 50 हजार रुपये से अधिक का पेमेंट करता है, तो उसे SMS, नेट बैंकिंग या मोबाइल ऐप के द्वारा चेक से जुड़ी जानकारी बैंक को देनी होगी, जिसके बाद इन सभी जानकारियों की जांच की जाएगी. सभी जानकारी सही पाए जाने पर ही चेक क्लीयर होगा. 

इन बैंकों में हो चुका है लागू
बैंक ऑफ बड़ौदा के पहले पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक में भी पॉजिटिव पे सिस्टम लागू हो चुका है. 

रसोई गैस की कीमतें
हर महीने की पहली तारीख को ऑयल मार्केटिंग कंपनियां रसोई गैस की नई कीमतें जारी करती हैं. पिछली बार LPG की कीमतें बढ़ने के बाद हो सकता है इस महीने की शुरुआत में भी आम-आदमी को एक बार फिर महंगाई की मार झेलनी पड़े.