Bhiwani News: भिवानी के जवाहर चौक में एक सामाजिक संस्था द्वारा राम के राज तिलक का कार्यकर्म का आयोजन किया गया. जहां रामलीला का मंचन चल रहा था. मंचन में एक गाने के माध्यम से राजतिलक की तैयारी चल रही थी, जहां गाना खत्म होते ही भगवान हनुमान का किरदार निभा रहे हरीश मेहता ने श्रीराम के चरणों में झुकते ही अपने प्राण त्याग दिए.
Bhiwani News: अयोध्या में श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर में भिवानी के जवाहर चौक में एक सामाजिक संस्था द्वारा राम के राज तिलक का कार्यकर्म का आयोजन किया गया. जहां रामलीला का मंचन चल रहा था. मंचन में एक गाने के माध्यम से राजतिलक की तैयारी चल रही थी, जहां गाना खत्म होते ही भगवान हनुमान का किरदार निभा रहे हरीश मेहता ने श्रीराम के चरणों में झुकते ही अपने प्राण त्याग दिए.
बता दें कि रामलीला मंचन के अनुसार राम के चरणों में हनुमान को पूजा करनी थी. जैसे ही हनुमाजी बने हरीश रामजी के चरणों में पूजा करने के लिए झुके तो उनके प्राण पखेरू उड़ गए. कई सैकेंड तक वहां मौजूद लोगों को लगा कि भगवान हनुमान का किरदार निभा रहे हरीश मेहता पूजा कर रहे है, लेकिन जब वह उठे नहीं तो मंच पर उपस्थित लोगों ने उठाने का प्रयास किया, लेकिन उठे नहीं. इसके बाद आनन-फानन में उन्हें हनुमान की ड्रेस में ही अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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आपको बता दें कि हरीश बिजली विभाग से जेई के पद से रिटायर है और वह पिछले 25 साल से भगवान हनुमान का रोल करते आ रहे थे. कार्यक्रम के आयोजकों ने बताया कि आज कार्यक्रम के दौरान जैसे ही भगवान हनुमान का किरदार निभा रहे हरीश मेहता रामजी के चरणों में झुके तभी उनकी मृत्यु हो गई. उन्होंने बताया कि हरीश मेहता को अंचल अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषितक कर दिया.
वहीं अस्पताल के डॉ. विनोद अंचल ने बताया कि हरीश नामक व्यक्ति को उनके अस्पताल लाया गया, लेकिन यहां लाने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई थी.
Input: Naveen Sharma