राज टाकिया/रोहतक : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) ने गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के इस्तीफे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उनका कहना है कि इतने बड़े नेता के इस्तीफे से पार्टी को नुकसान होगा. पार्टी को भी ऐसे मामलों पर विचार करना चाहिए. 


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भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज अपने रोहतक (Rohtak) स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सोनाली फोगाट की मौत के मामले में जांच को लेकर सरकार परिवार को संतुष्ट करे. हुड्डा के घनिष्ठ मित्र व कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया है.


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जब इस बारे में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद का इस्तीफा देना दुर्भाग्यपूर्ण है और इतने बड़े नेता के इस्तीफे से पार्टी को नुकसान होगा. इस तरह के मामलों को लेकर पार्टी को भी विचार करना चाहिए. 


सोनाली फोगाट की मौत को दुखद बताते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सोनाली फोगाट (Sonali Phogat) की मौत का मामला गंभीर है. हालांकि इस मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है और पूछताछ की जा रही है, लेकिन अगर परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है तो होनी चाहिए. सरकार सोनाली फोगाट के परिवार को संतुष्ट करे. 


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रेश्नालाइजेशन के मामले को लेकर भूपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य अध्यापकों के पदों को खत्म करना है. कोई भी नई भर्ती हरियाणा सरकार द्वारा नहीं की जा रही है, इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है. अगर कोई छात्र साइंस स्ट्रीम लेता है तो उसे पढ़ने के लिए घर से बहुत दूर जाना पड़ेगा. सरकार का दायित्व होता है कि वह हर एक को शिक्षा प्रदान करे, लेकिन हरियाणा सरकार फिलहाल इस नीति पर नहीं चल रही है.


2014 से पहले स्कूल नहीं किए गए थे बंद


उन्होंने हरियाणा के शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह बेबुनियाद बयान दे रहे हैं कि 2014 से पहले स्कूलों को बंद किया गया था, उनके पास गलत सूचनाएं हैं. कांग्रेस सरकार के दौरान तो स्कूल बंद नहीं किए गए, बल्कि उन्हें अपग्रेड किया गया था. हरियाणा सरकार (Haryana Government) को भी अध्यापकों की भर्ती के साथ-साथ स्कूलों को अपग्रेड भी करना चाहिए.