मालवीय नगर की क्राइम ब्रांच की टीम के हाथों एक बड़ी सफलता लगी है. क्राइम ब्रांच की टीम ने 20 साल से फरार चल रहे अपराधी सिपाही लाल उर्फ गुरदयाल को यूपी के मैनपुरी से गिरफ्तार किया है. आरोपी 2004 में एक अपराधिक मामले के बाद से फरार चल रहा था.
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Delhi: मालवीय नगर की क्राइम ब्रांच की टीम के हाथों एक बड़ी सफलता लगी है. क्राइम ब्रांच की टीम ने 20 साल से फरार चल रहे अपराधी सिपाही लाल उर्फ गुरदयाल को यूपी के मैनपुरी से गिरफ्तार किया है. यह अपराधी थाना शालीमार बाग के एक सनसनीखेज अपहरण सह हत्या मामले में वांछित था और वर्ष 2004 से ही फरार चल रहा था. आरोपी ने अपने 4 साथियों के साथ मिलकर श्री रमेश गुप्ता नामक अनाज व्यवसायी का फिरौती के लिए अपहरण किया था, लेकिन वे फिरौती के लिए फोन नहीं कर पाए और चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी. उन्होंने मृतक के शव पर कई बार चाकू से वार किया, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वह मर चुका है और शव को गांव कराला क्षेत्र में एक गंदे नाले में फेंक दिया.
क्या था पूरा मामला
साल 2004 में करवा चौथ के दिन अनाज व्यवसायी श्री रमेश चंद गुप्ता निवासी शकरपुर अपनी सेंट्रो कार में घर से निकले, लेकिन वापस घर नहीं लौटे. परिजनों ने उनके मोबाइल पर कई बार कॉल की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इस पर उसके भाई श्री जगदीश कुमार ने स्थानीय थाना शालीमार बाग में अपहरण का मामला दर्ज कराया. परिजनों ने फल व सब्जी व्यवसायी मुकेश वत्स पर भी शक जताया, वह भी उसी इलाके में रहता था. पुलिस को जांच के दौरान रमेश चंद गुप्ता की कार सीआईए थाना बहादुरगढ़ में जमा मिली, लेकिन वह अभी भी लापता था.
उसके बाद स्थानीय पुलिस ने आरोपी मुकेश वत्स का पता लगाया और उससे पूछताछ की, तो उसने अपराध में अपनी संलिप्तता को कबूल कर लिया. उसने खुलासा किया कि उसने अपने साथियों सिपाही लाल, शरीफ खान, कमलेश और राजेश के साथ मिलकर रमेश गुप्ता को उसकी कार में अगवा किया था और अंत में सभी ने मिलकर चाकू की मदद से उसकी हत्या कर दी. आरोपी मुकेश वत्स आजादपुर मंडी में सब्जी व्यवसायी था और शरीफ खान, कमलेश, राजेश और सिपाही लाल उसके कर्मचारी थे. करवा चौथ के दिन उन्होंने रमेश चंद गुप्ता को मीटिंग के लिए बुलाया और फिरौती के लिए उन सभी ने उसका अपहरण कर लिया और उसे कराला गांव, नई दिल्ली स्थित एक कमरे में ले गए.
उस कमरे में उन सभी ने उसके चेहरे पर स्प्रे फेंक कर उसे प्रताड़ित किया. इससे पीड़ित बेहोश हो गया और जब होश में आया तो उन्होंने फिर से उस पर स्प्रे फेंका और अंत में चाकू से उसकी हत्या कर दी. पीड़ित की मौत सुनिश्चित करने के बाद आरोपियों ने शव को एक बोरे में डाला और आरोपी मुकेश वत्स की मारुति कार से उसे नई दिल्ली के कराला गांव के पास गंदा नाला में फेंक दिया.
जांच के दौरान आरोपी मुकेश वत्स, शरीफ खान और कमलेश को कराला गांव क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया और आरोपियों की निशानदेही पर मृतक रमेश चंद गुप्ता का शव उक्त गंदे नाले से अपराध में प्रयुक्त चाकू और स्प्रे की बोतल के साथ बरामद किया गया. अपराध में प्रयुक्त आरोपी मुकेश वत्स की मारुति कार भी जब्त कर ली गई. आरोपी सिपाही लाल और राजेश को गिरफ्तार नहीं किया जा सका और उन्हें एलडी कोर्ट द्वारा उद्घोषित अपराधी घोषित कर दिया गया. जांच के बाद आरोपी मुकेश वत्स, शरीफ खान और कमलेश के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया और सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने मामले में गिरफ्तार आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई.
Input: Raj Kumar Bhati