Delhi Tiranga Yatra: विधायक जितेंद्र महाजन के अनुसार युवा बाहु बजरंग दल द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा यात्रा निकलने की परमिशन की अनुमति दिल्ली पुलिस से कई दिनों पूर्व मांगी गई थी. दिल्ली पुलिस के ट्रैफिक विभाग द्वारा लिखित में परमिशन दे दी गई थी. परसों विधायक जितेंद्र महाजन के नेतृत्व में संस्था का प्रतिनिधि मंडल डीसीपी श्री जॉय टर्की से मिला था और उन्हें तिरंगा यात्रा निकालने के लिए अनुमति देने की प्रार्थना की थी.


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डीसीपी द्वारा ये आश्वाशन दिया गया था कि तिरंगा यात्रा निकालने में पुलिस की तरफ सहयोग किया जाएगा. साथ ही रुट में काटझाट कर लिखित में प्रार्थना पत्र स्वीकार कर लिया था. रविवार को सुबह तिरंगा यात्रा शुरू करने से पहले पुलिस ने मौखिक रूप से परमिशन खारिज करने की जानकारी दी. किसी भी कीमत पर तिरंगा यात्रा नहीं निकलने का आदेश दिया. 


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तिरंगा यात्रा निकालने को लेकर विधायक जितेंद्र महाजन और यात्रा में भाग लेने वाले लोगों का पुलिस से विवाद हुआ. पुलिस ने जबरदस्ती विधायक जितेंद्र महाजन को हिरासत में लेकर गाड़ी में बैठाने का प्रयास किया. लोगों ने इसका पुरजोर तरीके से विरोध किया. जिसके बाद विधायक जितेंद्र महाजन और bjp कार्यर्ताओं ने पुलिस हिरासत में ज्योति नगर थाने तक तिरंगा यात्रा निकाली और तिरंगा झंडे के साथ ज्योति नगर थाने में साथियों समेत धरना दिया.


 विधायक जितेंद्र महाजन के अनुसार दिल्ली पुलिस का यह रवैया दमनकारी है. अगर पुलिस ने तिरंगा यात्रा निकालने की इजाजत नहीं देनी थी तो समय रहते लिखित में सूचना आयोजकों को देनी चाहिए थी. तिरंगा यात्रा को लेकर दिल्ली पुलिस का दमनकारी रवैया निदंनीय है और देश के शहीदों का अपमान है.


तिरंगा यात्रा में निगम पार्षद रीना माहेश्वरी, संजीव कालरा, अनिल कटारिया मंडल अध्यक्ष, निगम पार्षद रितेश सूजी, निगम पार्षद चंद्रप्रकाश शर्मा, अंजू पांचाल, प्रियांक जैन शामिल थे.


Input: राजकुमार भाटी