Bhalswa dairy demolition: किसी की आंखों में आंसू, कोई खोज रहा नया ठिकाना, भलस्वा डेयरी में ढह जाएगा लोगों का आशियाना
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Bhalswa dairy demolition: किसी की आंखों में आंसू, कोई खोज रहा नया ठिकाना, भलस्वा डेयरी में ढह जाएगा लोगों का आशियाना

Delhi Bhalswa dairy demolition: भलस्वा डेयरी इलाके के लोगों द्वारा डिमोलिशन रोकने के लिए हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की गई है, जिसमें कोर्ट ने 16 अगस्त को तमाम भलस्वा डेरी संबंधित सभी दस्तावेज और एफिडेविट बनवाकर कोर्ट में सबमिट कराने के आदेश दिए हैं. वहीं MCD ने भी हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई होने तक बुलडोजर एक्शन पर रोक लगाने की बात कही है.

Bhalswa dairy demolition: किसी की आंखों में आंसू, कोई खोज रहा नया ठिकाना, भलस्वा डेयरी में ढह जाएगा लोगों का आशियाना

Delhi Bhalswa dairy demolition: राजधानी दिल्ली के भलस्वा डेयरी इलाके में नगर निगम द्वारा डिमोलिशन की कार्रवाई को लेकर लोगों में गुस्सा है. MCD की इस कार्रवाई के विरोध में सैकड़ों लोगों ने सड़क पर जमा होकर विरोध प्रदर्शन किया, साथ ही किसी भी हालत में यहां पर बुलडोजर कार्रवाई नहीं होने देने की बात कही. स्थानीय लोगों द्वारा डिमोलिशन रोकने के लिए हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की गई है, जिसमें कोर्ट ने 16 अगस्त को तमाम भलस्वा डेरी संबंधित सभी दस्तावेज और एफिडेविट बनवाकर कोर्ट में सबमिट कराने के आदेश दिए हैं.

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क्या है मामला?
एक निजी संस्था संचालिका सुनैना सिंबल की तरफ से भलस्वा डेयरी में हो रहे पशुपालन पर आपत्ति जताते हुए एक रिपोर्ट तैयार की गई. इस रिपोर्ट में बताया गया था कि भलस्वा डेयरी के पशुओं का दूध पीने योग्य नहीं है, क्योंकि  एक तरफ भलस्वा डेयरी में प्रदूषित झील है तो दूसरी तरफ भलस्वा लैंडफिल साइड है. इसकी वजह से यहां का वातावरण हमेशा प्रदूषित रहता है. अक्सर आवारा पशु कूड़े के ढेर पर देखे जाते हैं. इसी वजह से एनजीओ चलाने वाली सुनैना सिब्बल ने कोर्ट में याचिका दायर करते हुए भलस्वा डेयरी को यहां से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग की.  

स्थानीय लोगों का कहना है कि वह 1976 में यहां पर आकर बसे थे, जब यह जगह जंगल हुआ करती थी. अब यह रिहायशी इलाके में तब्दील हो गया है तो उन्हें यहां से हटाने की बात कही जा रही है. फिलहाल, ये मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है, ऐसे में देखना होगा कि 16 अगस्त को हाईकोर्ट इस मामले में क्या फैसला करता है. 

पुलिस फोर्स के साथ पहुंचा MCD अमला
कोर्ट में मामला जाने के बाद भी नगर निगम की तरफ से आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट डीसीपी ऑफिस और भलस्वा थाना पुलिस से फोर्सज की मांग की गई. सुबह-सुबह ही एमसीडी का अमला जेसीबी और फोर्स के साथ घरों पर बुलडोजर चलाने के लिए पहुंचा, जिसे देखते ही लोगों ने विरोध शुरू कर दिया. भलस्वा डेयरी में रहने वाले हजारों लोगों ने झील की मुख्य सड़क को जाम कर फोर्स को झील पर ही रोक दिया. जानकारी के मुताबकि फिलहाल माहौल को देखते हुए यहां प्रशासन ने डिमोलिशन की कार्यवाई पर रोक लगा दी है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक प्रयाप्त फोर्स नही होने के चलते फिलहाल ड्राइव को रोक लगाई गई है. फोर्स की तैनाती 15 अगस्त की सुरक्षा में लगाई गई है. स्थानीय लोगो ने बुलडोजर ड्राइव को रोकने के लिए कोर्ट में अपील भी कर रखी है, जिस पर सुनवाई 16 अगस्त को होनी है. अब  ये बुलडोजर ड्राइव 23 अगस्त को हो सकती है.

Input- Nasim Ahmad

 

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