Delhi News: डेटिंग ऐप की आड़ में बिजनेस कर रहे क्लब, जानें कैसे बिल भरने को कर रहे मजबूर
राजौरी गार्डन में चल रहे कैफे और क्लबों में गोरख धंधा चल रहा है. कैफे और क्लब वालों ने लड़कियों को हायर किया हुआ है, जो लड़कों को अपने जाल में फंसाती हैं और उनसे महंगे सामान आर्डर करवाकर निकल जाती है.
Delhi News: राजौरी गार्डन में चल रहे कैफे और क्लबों में गोरख धंधा चल रहा है. कैफे और क्लब वालों ने लड़कियों को हायर किया हुआ है, जो लड़कों को अपने जाल में फंसाती हैं और उनसे महंगे सामान आर्डर करवाकर निकल जाती है. वहीं कैफे और क्लब वालों ने अनुचित बिल भुगतान करने को मजबूर करने के लिए बाउंसरों को काम पर रखा है.
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इसके बारे में एक्स (X) पर जानकारी देते हुए एक दिल्ली के एक पत्रकार ने बताया कि वो बम्बल डेटिंग ऐप पर मिली एक युवती से मिला था. युवती ने सार्थक संबंध में रुचि व्यक्त करते हुए बम्बल डेटिंग ऐप पर उनसे संपर्क शुरू किया. इसके बाद युवती उसे 'द रेस लाउंज एंड बार' नामक एक प्रतिष्ठान पर ले गई. यहां जाने को लेकर पत्रकार अर्चित गुप्ता को दिक्कत थी, लेकिन युवती ने जिद की तो उसे वहां जाना पड़ा.
अर्चित ने आगे बताया कि वो उसने अपने लिए कुछ पेय पदार्थ ऑर्डर किया. मैं नहीं पीता, इसलिए मैंने बस एक रेड बुल ऑर्डर किया. युवती ने एक हुक्का, 2-3 ग्लास वाइन, 1 वोदका शॉट, चिकन टिक्का और एक पानी की बोतल ऑर्डर की, जिसका बिल 15,886 रुपये था. आर्चित ने लिखा कि बिल देखकर मैं हैरान रह गया. मैंने बिल का भुगतान किया. बार वालों ने मेरा कार्ड चार बार टैप किया, क्योंकि उनकी मशीन में कुछ समस्या थी. उसने यह कहते हुए वहां से जाने की जिद की कि उसका भाई उसे लेने आ रहा है.
X के माध्यम से जानकारी देते हुए अर्चित ने बताया कि जब मैं घर लौटकर आया तो वह मेरा फोन नहीं उठा रही थी, तो मुझे एहसास हुआ कि यह धोखाधड़ी थी. इसके बाद मैंने छानबीन की तो ऐसी ही कहानी एक और मिली और मुझे पता चला कि ये क्लब और बार कैसे अपनी कमाई के लिए लड़कियों को काम पर रख रहे हैं और ये लड़कियां धोखाधड़ी कर रही हैं. वहीं अर्चित ने लिखा- मैंने पूरी जांच की और उस लाउंज के गूगल पेज पर कुछ समीक्षाएं पाईं.
अर्चित गुप्ता ने दावा किया कि राजौरी गार्डन क्षेत्र के विभिन्न कैफे और क्लबों में किराए के बाउंसरों के माध्यम से संरक्षकों के साथ जबरदस्ती करने वाले ऐसे रैकेट प्रचलित थे. अर्चित ने लिखा कि यह पोस्ट इस बारे में नहीं है कि मैंने अपना पैसा कैसे खोया, यह उन लोगों के बारे में है, जो कई लड़कों को बेवकूफ बना रहे हैं, और यह सिर्फ धोखाधड़ी नहीं है, बल्कि भावनात्मक उत्पीड़न है.