Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर चल रहे मतदाता सूची विवाद को लेकर बीजेपी नेता प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया है. उन्होंने का कहा कि 2020 विधानसभा चुनावों में नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में 1,46,000 मतदाता थे. लेकिन वर्तमान में केवल 1,06,000 मतदाता हैं, जो यह दर्शाता है कि पिछले पांच वर्षों में 61,000 मतदाता मतदाता सूची से गायब हो गए हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रवेश वर्मा ने आरोप लगाया कि हर महीने औसतन 1,000 मतदाता गायब हो रहे हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने इस पर कभी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की. उनके इस बयान के एक दिन बाद, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने बीजेपी पर दिल्ली में मतदाता सूची में छेड़छाड़ का आरोप लगाया. 


प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल की टीम पर बीजेपी के वोटरों को लक्षित करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में तीन क्षेत्र हैं और सरोजिनी नगर में बीजेपी परंपरागत रूप से जीतती रही है. वहीं आप ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा दिल्ली में सारांश संशोधन बंद करने के दो महीने बाद बीजेपी 5,000 वोटों को हटाने और 7,500 जोड़ने की मांग कर रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी वास्तविक मतदाताओं को लक्षित कर रही है, खासकर पूर्वांचल समुदाय से कर रही है. 


ये भी पढ़ें: Pujari Granthi Samman Yojana: 'केजरीवाल गजनी हैं', जानें बीजेपी सांसद ने क्यों कहा


दिल्ली बीजेपी के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली को बर्बाद कर दिया है. उन्होंने एक उदाहरण दिया जहां घर का नंबर 'शून्य' था और 144 वोट दर्ज थे. सचदेवा ने आरोप लगाया कि अन्य राज्यों के सीमावर्ती निर्वाचन क्षेत्रों में वोट बढ़ाने की साजिश की जा रही है. 
  
पिछले चार दिनों में 1,83,323 मतदाताओं के पंजीकरण के लिए आवेदन किए गए हैं. इनमें से, नरेला में 4503, बुरारी में 7027, बदली में 4575, रिठाला में 4197, मुंडका में 4501, किराड़ी में 6255, नांगलोई जाट में 6523, बदरपुर में 6647, ओखला में 4601, गोकलपुर में 5171, मुस्तफाबाद में 5502 और करावल नगर में 7087 आवेदन शामिल हैं.  
 
उन्होंने कहा कि कई घरों के पते गायब हैं, लेकिन फिर भी उनके पास 87 वोट हैं. उन्होंने सवाल उठाया, "ये लोग कौन हैं, ये कहां रहते हैं और केजरीवाल अपने निर्वाचन क्षेत्र में कैसे जीत रहे हैं? उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट हो रहा है कि सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है.  


पूर्व सांसद ने केजरीवाल को चुनौती दी कि वह इन पते पर जाएं और बताएं कि ये मतदाता कहां हैं. उन्होंने कहा, अगर वह इसे साबित नहीं कर सकते तो उन्हें बीजेपी द्वारा उठाए गए फर्जी मतदाताओं के मुद्दे पर सहयोग करना चाहिए. यह मामला अब राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया है.