उन्होंने कहा, 'अगर किसी देश में महिलाओं का विकास होगा तभी देश का विकास हो सकता है. इस साल, यूपीएससी की शीर्ष 10 उम्मीदवार महिलाएं हैं, और इससे मुझे सकारात्मक बदलाव की और अधिक उम्मीद है.'
Trending Photos
नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सर्विसेज 2022 का रिजल्ट जारी कर दिया है. इस परीक्षा में इशिता राठी ने 8वीं रैंक हासिल की है. इशिता के माता-पिता दिल्ली पुलिस में कार्यरत हैं. उन्होंने यह परीक्षा तीसरे अटेम्प्ट में क्लियर की. उनके पिता और मां दोनों दिल्ली पुलिस में हैं. मां मीनीक्षी राठी एएसआई हैं और पिता हेड कॉन्स्टेबल आईएस राठी हैं. इशिता ने अपनी पढ़ाई डीएवी पब्लिक स्कूल वसंत कुंज से पूरी की है.
यूपीएससी की सिविल सर्विसेज परीक्षा में सफलता को लेकर जब इशिता से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि माता-पिता को देखकर वो इस क्षेत्र में आईं. इशिता ने कहा कि अगर देश में महिलाओं का विकास हो जाए तो, देश का विकास खुद ब खुद हो जाएगा.
इशिता ने कहा कि यूपीएससी सीएसई 2021 परिणाम की घोषणा के बाद से उनका देखने का नजरिया बदल गया है. हालांकि शीर्ष 10 की सूची में अपना नाम देखकर वह हैरान थी. क्योंकि यह परीक्षा बहुत अनिश्चित है. हर प्रयास पिछले प्रयास से बहुत अलग होता है. इसलिए जब तक नतीजे नहीं आ जाते, तब तक पता नहीं चलता कि कौन सी रणनीति कारगर रही और क्या नहीं.
इशिता के मुताबिक कई अन्य उम्मीदवारों की तरह उनकी भी यहां तक कि यात्रा कठिन रही है. क्योंकि वह इतने अच्छे रैंक की उम्मीद नहीं कर रहा थीं. यहां तक कि उन्हें यकीन भी नहीं था कि उनका फाइनल सिलेक्शन होगा.
इशिता के पढ़ाई-लिखाई कि बात करें तो उन्होंने मद्रास स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स ने पोस्टग्रेजुएशन किया है. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी कि सिविल सर्विसेज परीक्षा को क्रैक करने की सेल्फ स्टडी शुरू कर दी.
अपनी स्वयं की तैयारी के बारे में जानकारी देते हुए वह कहती हैं, “पाठ्यक्रम को देखने के बाद मैंने महसूस किया कि इन विषयों को अपने आप कवर किया जा सकता है. वहीं, बहुत सारी मुफ्त सामग्री इंटरनेट पर भी उपलब्ध है, जिससे छात्र मदद ले सकते हैं और स्वयं परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं.
तैयारी के टिप्स
इशिता ने सिविल सर्विसेज की तैयारी की शुरुआत पिछले वर्ष के टॉपर्स के स्ट्रैटेजी को सुनकर किया. भूगोल और राजनीति जैसे कुछ विषयों के लिए, एनसीईआरटी बहुत अच्छी तरह से लिखे गए हैं, इसलिए उन्हें संदर्भित करने से उम्मीदवारों के लिए मूल बातें स्पष्ट हो जाएंगी. इशिता के मुताबिक समाचार पत्र और करंट अफेयर्स पढ़ने से मदद मिलती है. इसलिए इशिता ने यूपीएससी की तैयारी की लोकप्रिय किताबों से भी मदद ली, जिनमें राजनीति के लिए लक्ष्मीकांत और इतिहास के लिए स्पेक्ट्रम शामिल हैं.
मॉर्निंग पर्सन (सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करना) होने का दावा करने वाली इशिता ने कहा कि उन्होंने कुछ घंटों की पढ़ाई के साथ अपने दिनों की योजना बनाई और फिर बीच में ब्रेक ले लेती थीं. सबसे खास बात यह है कि उन्होंने समय को ध्यान में रखकर पढ़ाई नहीं की बल्कि खुद को टारगेट दिया.
दृष्टिहीन होने के बावजूद दिल्ली की आयुषी ने पास की UPSC, बिना कोचिंग कैसे किया कमाल?
आखिरी मिनट में तैयारी की टिप्स बताते हुए इशिता ने कहा कि सबसे पहले आत्मविश्वासी बनें, दूसरी बात अपने आप को सकारात्मक लोगों के साथ घेरें और आश्वस्त रहें कि आपने जो तैयारी की है, आप उससे एग्जाम पास कर लेंगे" इशिता के मुताबिक उम्मीदवार, "अपने साथ परीक्षा हॉल में तर्क ले जाएं. क्योंकि प्रारंभिक परीक्षा अधिक से अधिक व्यक्तिपरक होती जा रही है और इसके लिए तर्क से मदद मिलती है.
कम समय में आईएएस अधिकारी बनने वाली इशिता ने कहा कि अपने माता-पिता को पुलिस अधिकारियों के रूप में उनके काम से संतुष्ट देखकर और देश की सेवा करने से उन्हें आईएएस अधिकारी बनने की इच्छा हुई. क्योंकि मेरे माता-पिता मेरी प्रेरणा रहे हैं. साथ ही उन्होंने मुझे यह भी महसूस कराया कि देश की सेवा करने के लिए सिविल सेवा मेरे लिए सबसे प्रभावी मंच होगा"
तैयारी के दौरान इशिता के माता-पिता ने पूरी मदद की और तैयारी के लिए हर आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएं. इशिता का लक्ष्य एक आईएएस अधिकारी के रूप में महिला और बच्चों के सशक्तिकरण के लिए काम करना है. उन्होंने कहा, 'अगर किसी देश में महिलाओं का विकास होगा तभी देश का विकास हो सकता है. इस साल, यूपीएससी की शीर्ष 10 उम्मीदवार महिलाएं हैं, और इससे मुझे सकारात्मक बदलाव की और अधिक उम्मीद है.' इशिता के सफल होने पर दिल्ली पुलिस के कमिश्नर राकेश अस्थाना गुरुवार को सम्मानित किया था.
WATCH LIVE TV