बेघरों को रैन-बसेरों तक पहुंचाने के लिए दिल्ली सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर, ये है विंटर एक्शन प्लान
दिल्ली की सर्द रातों में सड़कों पर नहीं दिखेगा कोई बेघर, जिसको लेकर केजरीवाल सरकार ने रैन-बसेरों के लिए तैयार किया विंटर एक्शन प्लान. केजरीवाल सरकार ने 195 रैन-बसेरों में 17 हजार से ज्यादा बेघरों को आश्रय देने का प्लान किया है.
बलराम पांडेय/नई दिल्लीः केजरीवाल सरकार दिल्ली में गरीब से गरीब व्यक्ति को बेहतर जिंदगी देने के लिए प्रतिबद्ध है. इस दिशा में डूसिब के विभिन्न शेल्टर-होम के माध्यम से केजरीवाल सरकार हजारों बेघरों को आश्रय और भोजन प्रदान करती है. इस साल भी सर्दियों की शुरुआत से ही केजरीवाल सरकार ने बेघरों के लिए एक्शन प्लान तैयार कर लिया है और मंगलवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने विभिन्न संबंधित विभागों के उच्चाधिकारियों के साथ इसकी समीक्षा की.
केजरीवाल सरकार ने केंद्रीकृत कंट्रोल रूम स्थापित किया है और साथ ही 24/7 हेल्पलाइन नंबर 14461 भी जारी कर दिया है. इसके माध्यम से लोग डूसिब को बेघरों के विषय में जानकारी दे सकते हैं. डूसिब की बचाव टीम वहां पहुंचकर बेघरों को नजदीकी शेल्टर होम तक पहुंचाने का काम करेंगी. मनीष सिसोदिया ने कहा कि शेल्टर होम में रहने वाले लोग समाज के सबसे गरीब तबके में शामिल होते हैं और इनकी ओर कोई सरकार ध्यान नहीं देती.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार इन्हें भी बेहतर जीवन देने के लिए प्रतिबद्ध है. दिल्ली में हर साल कड़ाके की ठंड पड़ती है, ऐसे में सरकार नहीं चाहती कि किसी भी बेघर व्यक्ति ठंड में आश्रय के लिए भटकना पड़े. इसके लिए सरकार ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में 17 हजार से ज्यादा लोगों के रहने की क्षमता वाले 195 स्थायी, अस्थायी व पोर्टा केबिन वाले रैन-बसेरे स्थापित किए हैं. साथ ही सर्दियों में जरुरत पड़ने पर सरकार इनकी क्षमता बढ़ाएगी.
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कंट्रोल रूम से 011-23378789 व 011-23370560 इन नंबरो के माध्यम से भी संपर्क स्थापित किया जा सकता है. समीक्षा बैठक में अधिकारीयों में उप मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि बेघरों के लिए विंटर एक्शन प्लान के तहत डूसिब ने एक केंद्रीकृत कंट्रोल रूम बनाया है, जो 24/7 काम करेगा. साथ ही पांच अंकों का हेल्पलाइन नंबर 14461 भी जारी किया है. इस हेल्पलाइन के माध्यम से लोग डूसिब को बेघरों के विषय में जानकारी दे सकते हैं और डूसिब की बचाव टीम वहां पहुंचकर बेघरों को नजदीकी शेल्टर होम तक पहुंचाने का काम करेगी.
अधिकारीयों ने बताया कि डूसिब ने इस साल 15 बचाव टीमों को पूरी दिल्ली में लगाया है. ये बचाव टीम अपने अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में रात के 8 बजे से सुबह 4 बजे तक लगातार सर्विलांस करती है और बेघरों को शेल्टर होम तक रेस्क्यू करने का काम करती है. इस बचाव टीम ने पिछले कुछ हफ्तों में ही 1500 से ज्यादा लोगों को रेसक्यू करने का काम किया है. बता दे कि इन रैन-बसेरों में आश्रितों को रहने की सभी सुविधाएं, पीना का पानी, शौचालय, लॉकर आदि सुविधाएं प्रदान की जाती हैं.
उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से इन रैन-बसेरों में CCTV कैमरा भी लगाए गए है. इसी के साथ दिल्ली एकमात्र ऐसा शहर है जो रैन-बसेरों में रहने वाले लोगों को दिन में 3 बार मुफ्त भोजन उपलब्ध करवाता है. शेल्टर होम में रहने वाले लोग नजदीकी मोहल्ला क्लिनिक से अपना इलाज करवा सकते है तथा किसी भी मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में रेसक्यू टीम उन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाने का काम करेगी. डूसिब ने महिलाओं के लिए 17, ड्रग-एडिक्ट्स के लिए 4 शेल्टर होम व सराय काले खां, गीता घाट और कबीर बस्ती में 3 रिकवरी शेल्टर होम भी निर्मित किए है.