Delhi: जेलर वाला बाग में झुग्गीवासियों को 2 महीने बाद मिलेंगे 1,675 फ्लैट
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Delhi: जेलर वाला बाग में झुग्गीवासियों को 2 महीने बाद मिलेंगे 1,675 फ्लैट

Delhi News: उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने जेलरवाला बाग में झुग्गीवासियों के लिए यथास्थान पुनर्वास परियोजना और वैष्णवी पार्क/नर्सरी में हो रहे कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने बताया कि जून 2023 तक 1675 बहुमंजिला आधुनिक फ्लैट लाभार्थियों/ झुग्गीवासियों को आवंटित करने के लिए तैयार हो जाएंगे। इससे अत्यंत गरीबी में जी रहे लोग सम्मान से यहां रह सकेंगे. 

Delhi: जेलर वाला बाग में झुग्गीवासियों को 2 महीने बाद मिलेंगे 1,675 फ्लैट

नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने आज उत्तरी दिल्ली में डीडीए द्वारा विकसित किए जा रहे महत्वाकांक्षी यथास्थान पुनर्वास परियोजना और वहीं पर विश्वस्तरीय नर्सरी 'वैष्णवी' में हो रहे प्रगति कार्यों की समीक्षा की. डीडीए की 'जहां झुग्गी वहीं मकान' योजना के तहत जेलर वाला बाग में सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त यथास्थान पुनर्वास परियोजना का निर्माण किया जा रहा है.

अब तक किए गए कार्यों के निरीक्षण के दौरान उपराज्यपाल को बताया गया कि झुग्गीवासियों के पुनर्वास के लिए बने कुल 1,675 फ्लैटों का लगभग 95 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और शेष काम 30 मई 2023 तक पूरा हो जाएगा. इसके बाद जून 2023 तक सभी फ्लैट लाभार्थियों को आवंटन के लिए तैयार हो जाएंगे.

जेलर वाला बाग में गरीबों के लिए यह पुनर्वास परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गरीबों को सम्मानजनक जीवन प्रदान करने के समवेशी दृष्टिकोण को पूरा करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होने वाला है.  इससे पहले कालकाजी में डीडीए की 'जहां झुग्गी वहीं मकान' योजना को पूरा किया गया था. जेलर वाला बाग में जिन 1,675 फ्लैटों का निर्माण किया जा रहा है, उनमें से 1,093 फ्लैटों में यहां पहले से रह रहे झुग्गीवासियों को पुनर्वासित किया जाएगा. शेष 582 फ्लैट्स को अन्य स्थानों के लाभार्थियों को आवंटित किया जाएगा. झुग्गीवासियों के लिए बन रही यह 14 मंजिला इमारत आरसीसी संरचना से बनी है और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस और भूकंपरोधी है.

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340 वर्ग फुट में फैली इस इमारत के प्रत्येक फ्लैट में एक बेडरूम, एक लिविंग रूम, एक किचन, अलग शौचालय, बाथरूम और एक बालकनी है. परियोजना का कुल आवासीय निर्मित क्षेत्र लगभग 67,000 वर्ग मीटर है जबकि सामुदायिक सुविधाओं के लिए कवर क्षेत्र लगभग 1,000 वर्ग मीटर है. इसमें 337 वाहनों की पार्किंग की भी सुविधा होगी.

इसके साथ ही उपराज्यपाल ने वैष्णवी नर्सरी-सह-पार्क में हो रहे प्रगति कार्यों की भी समीक्षा की. इन फ्लैटों से वैष्णवी नर्सरी बिल्कुल सटी हुई है. यहां की आवासीय कॉलोनियों के निवासियों के अलावा इन फ्लैटों में रहने वाले लगभग 10,000 निवासियों के लिए यह नर्सरी सह पार्क वरदान साबित होगा. अशोक विहार फेज 2 के सात अलग-अलग ग्रीन पॉकेट को एक में समेकित कर इस परियोजना को विकसित किया जा रहा है. इसके तहत लगभग 33 एकड़ में एक बड़े पार्क को विकसित किया जा रहा है. इस परियोजना की नींव उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने पिछले साल 29 दिसंबर को रखी गई थी.

इस परियोजना का उद्येश्य इस सार्वजनिक पार्क को एक विशेष पर्यावरणीय संपत्ति के रूप में विकसित करना है. पार्क एक एकीकृत केंद्र की तरह काम करेगा, जहां शहरवासियों और पर्यटकों को समान रूप से नर्सरी, वर्मी-कम्पोस्टिंग, मधुमक्खी पालन और मिट्टी के बर्तनों से जुड़ी सुविधाएं मिलेंगी. पार्क में हाइड्रोपोनिक खेती की विशेष जानकारी मुहैया कराई जाएगी.

इस सेंट्रल एरिया को एक सार्वजनिक पार्क के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जिसमें मुख्य स्थानों में पौराणिक वृक्ष प्रजातियों का सूक्ष्म परिचय शामिल होगा. इसके अलावा मूर्तियों और मल्टीपर्पस ग्राउंड खास आकर्षण होगा. पार्क के अंदर एक रेस्तरां भी होगा जो पार्क के बंद होने के बाद भी संचालित हो सकेगा. 

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