देश की राजधानी दिल्ली हो या फिर साइबर सिटी के नाम से मशहूर गुरुग्राम, हर जगह हर साल प्रशासन मानसून में जलभराव से निपटने के लिए बैठकें करता है, लेकिन एक-दो बार की बारिश ये बताने के लिए काफी होती है कि आधी अधूरी तैयारियां आम जनमानस के लिए किस कदर भारी पड़ जाती हैं.
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नई दिल्ली : उत्तर भारत से मानसून जाने को बस कुछ चंद दिन ही बचे हैं. इससे पहले गुरुवार को इंद्रदेव दिल्ली-एनसीआर में जमकर बरसे. दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद हो या फिर साइबर सिटी गुरुग्राम, पूरे दिन रुक-रुककर बारिश होती रही. झमाझम बारिश के बाद पूरे दिल्ली-एनसीआर में जगह-जगह जलभराव होने की वजह से सड़कों पर लंबा जाम लगा.
सड़कों पर वाहन कछुए की चाल से चलते नजर आए. मौसम विभाग ने भी शुक्रवार को बारिश का संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया है. देर रात करीब 12. 45 बजे फिर से तेज बारिश शुरू हो गई जो रात 1.15 बजे तक जारी थी.
तेज बारिश की संभावना को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने 23 सितंबर यानी आज कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया है. वहीं आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने गुरुग्राम में निजी ऑफिस को वर्क फ्रॉम होम करने की सलाह दी है. गाजियाबाद में भी जिलाधिकारी ने 8वीं तक के स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया है.
गुरुग्राम जिला प्रशासन ने सभी कारपोरेट कार्यालयों और निजी संस्थानों के लिए एडवाइजरी जारी की है कि वे अपने यहां कार्यरत कर्मचारियों को शुक्रवार को घर से काम करने की अनुमति दें ताकि बारिश की वजह से लगने वाले ट्रैफिक जाम से बचा जा सके.