Delhi News: अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली जल बोर्ड का CAG ऑडिट करवाने के निर्देश दे दिए हैं. केजरीवाल सरकार दिल्ली जल बोर्ड के पिछले 15 साल का CAG ऑडिट (Delhi Jal Board CAG Audit) कराएगी. दिल्ली सरकार ने यह फैसला विपक्ष की तरफ से जल बोर्ड में अनियमिताओं को लेकर उठ रहे सवालों के बीच लिया है. उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर लग रहे सारे आरोप ऑडिट में साफ हो जाऐंगे.  


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विपक्ष ने लगाया आरोप
दिल्ली जल बोर्ड ने पिछले दिनों दिल्ली सरकार के वित्त विभाग से अपना पैसा मांगा था. वित्त विभाग ने वह पैसा जारी नहीं किया था और यह बात निकल कर आ रही थी कि जल बोर्ड ने इससे पहले जारी किए गए पैसे का हिसाब-किताब या यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट नहीं दिया है. दूसरी तरफ केंद्र में बैठी बीजेपी सरकार दिल्ली जल बोर्ड में घोटाले का आरोप लगा रही थी. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसी बीच दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने दिल्ली सरकार के 15 नहीं बल्कि 20 साल के ऑडिट की मांग की है.


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दिल्ली जल बोर्ड के वाइस चेयरमैन ने भी दी अपनी प्रतिक्रिया 
अब इस पूरे मामले पर दिल्ली जल बोर्ड के वाइस चेयरमैन और मालवीय नगर से विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का हमेशा से यही काम रहा है कि जो व्यक्ति काम कर रहा है, उसे कैसे रोका जाए. उन्होंने जल बोर्ड CAG जांच के आदेश को 100 सुनार की-एक लोहार की बताया. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने यह जो निर्णय लिया है, मैं इसका पूरी तरीके से समर्थन करता हूं. उन्होंने साबित कर दिया कि दिल्ली सरकार एक ईमानदार सरकार है. इसलिए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने CAG ऑडिट के आदेश दिए हैं. सोमनाथ भारती ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जब CAG ऑडिट की रिपोर्ट आएगी तो भारतीय जनता पार्टी को मुंह की खानी पड़ेगी.


Input-Mukesh Singh