Delhi: हमने स्कूल नहीं बनाया बल्कि माता सरस्वती का मंदिर स्थापित किया- Manish sisodia
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Delhi: हमने स्कूल नहीं बनाया बल्कि माता सरस्वती का मंदिर स्थापित किया- Manish sisodia

दिल्ली में शिक्षा नीति को मजबूतच करने के लिए सरकार प्रयास करे जा रही है. इसी कड़ी में दिल्ली के जनकपुरी में स्कूल का उद्घाटन कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बच्चों को सौगात दी है. ये स्कूल सीएम ने DESU कॉलोनी में बनाया गया है.

Delhi: हमने स्कूल नहीं बनाया बल्कि माता सरस्वती का मंदिर स्थापित किया- Manish sisodia

नई दिल्ली: दिल्ली में शिक्षा नीति को मजबूतच करने के लिए सरकार प्रयास करे जा रही है. इसी कड़ी में दिल्ली के जनकपुरी में स्कूल का उद्घाटन कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बच्चों को सौगात दी है. ये स्कूल सीएम ने DESU कॉलोनी में बनाया गया है. इस कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद थे. 

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज हमने स्कूल नहीं बनाया बल्कि माता सरस्वती का मंदिर स्थापित किया. उन्होंने कहा कि ये स्कूल जहा बना है वहां बड़े-बड़े लोग जमीन हथियाने में लगे थे, लेकिन हमने कह दिया किया कि जहां स्कूल है वहां स्कूल ही बनेगा और सीएम अरविंद की सोच है कि भारत दुनिया का नंबर वन देश बने और ये सोच तभी सच होगी जब हम शिक्षा के पथ पर तेजी से चलेंगे.शिक्षा मंत्री बोले कि इस शिक्षा मंदिर के शुरू होने से बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी और हमारा प्रयास है कि हर गरीब बच्चे को बेहतर शिक्षा मिले.

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मनीष सिसोदिया ने यह भी कहा कि आज कुछ लोग सतेंद्र जैन को साजिश के तहत जेल में डालें हुए हैं, लेकिन हम जानते है उनको कुछ नहीं होगा क्योंकि वो निर्दोष हैं.

वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज बहुत-बहुत अच्छा लगा इस स्कूल में आकर. मुझे लगता है कि आजादी के बाद देश में ये पहला सरकारी स्कूल है जो इतना बेहतर है. और मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं की दिल्ली ही नहीं देश के लिए ये स्कूल प्रेरणास्रोत होगा.

आज 4,400 एडमिशन के 96 हजार एप्लिकेशन आई हैं.  इतने आवेदन तो मेडिकल में एडमिशन के लिए नहीं आते, जितने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में एडमिशन के लिए आवेदन आ रहे हैं. दिल्ली में पहले आम आदमी की इच्छा होती थी की अपने बच्चे को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाएं, लेकिन आज उनकी सोच बदल गई है और वो सरकारी स्कूलों में एडमिशन लेना चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि अगर देश को दुनिया का नंबर वन देश बनाना है तो शिक्षा के क्षेत्र में काम करना होगा और ये सुनिश्चित करना होगा कि देश के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले  फिर चाहे अमीरों का बच्चा हो या गरीबों का बच्चा.  आज गरीबों के बच्चे फर्राटे से इंग्लिश बोल रहे हैं. मेरी इंग्लिश आज भी इतनी अच्छी नहीं है जितनी इन बच्चों की है. बता दें कि सीएम ने ये भी कहा कि दिल्ली के सबसे बड़े आर के टेक्ट ने इस स्कूल को बनाया है
दिल्ली और देश के बच्चे खूब पढ़े आगे बढ़े यही हमारी शुभकामनाएं

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