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Delhi MCD Budget 2023: वित्त वर्ष 2022-23 में निगम को 24.17 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में लगभग 400 करोड़ रुपये अधिक है. निगम के इतिहास में अब तक संपत्ति कर से प्राप्त सर्वाधिक राजस्व है.
संपत्ति कर बढ़ाने और सटीक संपत्ति कर गणना के लिए रियल टाइम जियो टैगिंग प्रक्रिया की शुरुआत की गई है. संपत्ति करदाताओं को जियो टगिंग के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. सहभागिता योजना में एक नई प्रणाली का भी प्रावधान किया गया है, जिसके अंतर्गत शैक्षणिक संस्थानों, जिनका कुल भूमि क्षेत्रफल 10 एकड़ से अधिक है. उन्हें 100 प्रतिशत संपत्ति कर जमा कराने के बाद 5 प्रतिशत अतिरिक्ता प्रोत्साहन राशि विकास कार्यों के लिए दी जाएगी.
- पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर 3 पाडां प्रीत विहार, पूर्व पटेल सगर और कोटला मुबारकपुर में आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस के माध्यम से प्रदत्त नागरिक सेवाओं में कमी को पहचानने और सुमाब करने के लिए सूचना भेजने की प्रणाली की स्थापना.
- नजफगढ़ क्षेत्र के इंदिरा पार्क, पश्चिमी क्षेत्र के विष्णु गार्डन, पश्चिमपुरी, मादीपुर जे.जे कॉलोनी, करोल बाग क्षेत्र के प्रेम नगर, नरेला क्षेत्र के बवाना, सिविल लाइंस क्षेत्र के मुकुंदपुर और केशवपुरम क्षेत्र के सरस्वती विहार में स्कूल भवनों का निर्माण का कार्य पूरा हो गया है.
- पश्चिनी क्षेत्र के पंजाबी बाग, पश्चिम विहार, सिविल लाइंस क्षेत्र के इब्राहिम पुर, वजीराबाद गांव, जी.टी.बी. नगर और रोहिणी क्षेत्र के मंगोलपुरी समेत लगभग 20 स्कूल भवनों के निर्माण का कार्य प्रगति पर है.
- दिल्ली नगर निगम ने लाजपत नगर में 246, हौज खास में 138, अपचिनी गांव में 56, सुभाष नगर ने 236 और निजामुद्दीन बस्ती के निकट 86 कारों की मल्टीलेयल कार पार्किंग का कार्य पूरा कर लिया है.
- पंजाबी बाग में 225, जी.के. मार्केट में 399, अमर कॉलोनी लाजपत नगर में 81 शिया मार्केट पीतमपुरा में 500 गांधी मैदान चांदनी चौक में 2.338, कुतुब रोड पर 174, निगन बोध घाट में 95 और बाग दिवार मार्केट, फतेहपुरी में 196 कारों की क्षमता वाली पार्किंग सुविधा का निर्माण कार्य प्रगति पर है. जिसे इस वित्तीय वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा.
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- तीनों लैंडफिल साइट पर ट्रॉमलिंग मशीनों से नवंबर 2023 तक लगभग 102 लाख मीट्रिक टन कूड़े का पृथक्कीकरण किया जा चुका है. नरेला-बवाना में 3600 TPD क्षमता के बेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित किया जाएगा. साथ ही ओखला व तेहखंड पेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है.
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और एसडब्ल्यूएम 2016 नियमों के अनुपालन के ऑडिट के लिए ASCI हैदराबाद के साथ समझौता किया है. इसके तहत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की कमियों की पहचान कर, बेहतर सुझाव दिया जाएगा.
सफाई के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर 150 सहभागिता कॉलोनियों के प्रतिनिधियों और 200 हरित मित्रों को पुरस्कृत किया गया है. भविष्य में अन्य 500 कॉलोनियों को भी इस मुहिम में जोड़ा जा रहा है.
455 बंद पड़े बलावों को लोकहित में उपयोग में लेने के लिए अमूल-153, ई.डी. चार्जिंग-62, सफाई कर्मचारी सेल्टर-81, एमआरएफ- 90, एफसीटीएस- 125, लाईब्रेरी-15 इत्यादि न परिवर्तित कर दिया गया है.
- इस वित्तीय वर्ष में 44 विद्यालयों में लाइब्रेरी स्थापित कर दी जाएगी.
- 25 प्रस्तावित आदर्श विद्यालयों में स्मार्ट इंटरऐक्टिव पैनल लगाने की योजना है.
- विद्यालयों में बेहतर व्यवस्था के लिए 420 नर्सरी आया, सिक्योरिटी गार्ड और अतिरिक्त सफाई कर्मी नियुक्त करने की योजना है.
- स्वामी दयानंद अस्पताल में निगम के सबसे पहले लैक्टेशन मैनेजमेंट यूनिट/मिल्क बैंक की स्थापना की जाएगी.
- पीपीपी मॉडल के तहत 60 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में विभिन्न जांच प्रयोगशालाओं की शुरुआत की जाएगी.
- माता गुजरी अस्पताल में ब्लड स्टोरेज की सुविधा शुरू की जाएगी.
- वेस्ट-टू-आर्ट थीम पर आधारित भारत दर्शन पार्क फेज-2, डायनासोर पार्क और हैरीटेज पार्क का कार्य इस वित्तीय वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा.
- केशवपुरम स्थित रोशनारा नर्सरी को हाईटेक नर्सरी के रूप में विकसित किया गया है.
- राजस्व में वृद्धि के लिए LED/DIGITAL MEDIA माध्यम वाले विज्ञापनों को 26 मार्केट/ वाणिजिण्यक क्षेत्रों में आवंटन किया जा चुका है.
- तीन बहुतलीय पार्किंग, ग्रीन पार्क, लाजपत नगर एवं निजामुद्दीन बस्ती में विज्ञापन अधिकार का आवंटन किया जा चुका है.
- वित्तीय वर्ष 2023-24 में अभी तक 32 नई पार्किंग स्थलों को चिन्हित कर उनका टेंडर किया गया है.
- 21 पार्किंग स्थलों को फास्टैग पार्किंग की सुविधा से लैस किया जा रहा है।
लगभग सभी श्मशान घाटों को कम्प्युटराइज्ड कर इन्हें जन्म-मृत्यु कार्यालय से जोड़ा जा रहा है. इससे दाह संस्कार की रसीद एवं मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने में आसानी होगी. इसके अतिरिक्त दक्षिणपुरी, हरकेश नगर, किशनगढ़ सहित करीब 30 अन्य श्मशान घाट, सिमेट्री व कब्रिस्तान का विकास एवं पुनर्निर्माण कार्य प्रगति पर है. आगामी वित वर्ष में लगभग 1 लाख गैर-पालतू कुत्तों का बंध्याकरण करने की योजना है. मृत छोटे पालतू पशुओं के लिए एक CNG शवदाह गृह सेक्टर 29, द्वारका में पीपीपी मोड पर बनाया गया है.