नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने भाजपा द्वारा असंवैधानिक और गैरकानूनी तरीके से नॉमिनेटेड पार्षदों से वोट करवाने की साजिश के विरोध में शनिवार सुबह एलजी हाउस का घेराव किया. यह प्रदर्शन विधायक आतिशी, कुलदीप कुमार, सोमनाथ भारती और AAP नेता आदिल अहमद खान के नेतृत्व में किया गया. इस दौरान आम आदमी पार्टी के पार्षदों, विधायकों और कार्यकर्ताओं ने एलजी और भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आप का कहना है कि एलजी विनय कुमार सक्सेना, एमसीडी में सारे नियमों की धज्जियां उड़ाकर संविधान की हत्या कर रहे हैं. एलजी को चेतावनी देते हुए आप ने कहा कि संविधान की रक्षा का यह संघर्ष हम सड़क से लेकर संसद तक जारी रखेंगे.


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इस दौरान आम आदमी पार्टी की वरिष्ट नेता और कालकाजी से विधायक आतिशी ने कहा कि आज हम सब लोग एलजी साहब से यह कहने आए हैं कि लोकतंत्र की हत्या बंद करो. MCD का चुनाव अप्रैल में होना था, लेकिन भाजपा को डर था. उन्हें पता था कि पिछले 15 सालों में भाजपा ने जितना भ्रष्टाचार और लोगों को लूटा है, उसकी वजह से दिल्ली की जनता उन्हें निकाल कर बाहर कर देगी. उन्होंने हर कोशिश की, MCD का एकीकरण भी किया. उन्होंने अपनी मनमर्जी से परिसीमन किया ताकि वह ज्यादा सीटें जीत सकें. गुजरात चुनाव के समय पर एमसीडी का चुनाव रखा, लेकिन उनकी हर संभव कोशिश के बावजूद दिल्ली की जनता ने एमसीडी से बीजेपी को बाहर फेंक दिया.


उन्होंने कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो लोकतंत्र का सम्मान नहीं करती है, जो संविधान का सम्मान नहीं करती है. आम आदमी पार्टी की प्रचंड बहुमत के बावजूद अपनी सरकार बनाने की कोशिश कर रही है. यह ऑपरेशन लोटस वह अलग-अलग राज्यों में चलाते हैं. दिल्ली और पंजाब में भी इन्होंने कोशिश की लेकिन वहां देशभक्त विधायक थे. आम आदमी पार्टी के विधायकों ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया और दिल्ली में एक भी विधायक नहीं बिका. उसी तरह से हमारे पार्षदों को भी पैसों का लालच दिया गया, डराया धमकाया गया. यहां तक कि कल वोटिंग से पहले भी आम आदमी पार्टी के पार्षदों के पास पैसे ऑफर करते हुए भाजपावालों का फोन आया लेकिन मुझे गर्व है कि इतने बड़े-बड़े लालच देने के बावजूद आम आदमी पार्टी का एक भी पार्षद नहीं बिका.


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उन्होंने कहा कि जैसे ही भाजपा को समझ आ गया कि आम आदमी के पार्षद टूटने वाले नहीं हैं तो उन्होंने गैर कानूनी और गैर संवैधानिक कोशिशें शुरू कर दी. उन्होंने सबसे पहले गैर संवैधानिक तरीके से पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया. पूरे देश में, चाहे राज्यसभा हो, चाहे लोकसभा हो, चाहे हर विधानसभा हो, चाहे एमसीडी हो, जो सबसे वरिष्ठ सदस्य होता है उसको पीठासीन अधिकारी बनाया जाता है. यही पूरे देश की संवैधानिक परंपरा रही है. लेकिन भाजपा ने क्या किया? क्योंकि सबसे वरिष्ठ सदस्य हमारी पार्टी के मुकेश गोयल जी हैं, उन्होंने संविधान को ताक पर रखते हुए भाजपा की एक पार्षद को पीठासीन अधिकारी बना दिया. उसके बाद दूसरी गैर संवैधानिक और गैर कानूनी प्रक्रिया उन्होंने की. जो नॉमिनेटेड सदस्य हैं जिनके नाम दिल्ली सरकार द्वारा एलजी को दिए जाते हैं, एलजी साहब ने संविधान को ताक पर रखते हुए सदस्यों को नॉमिनेट किया.


और कल सबसे बड़ी साजिश एलजी साहब और भाजपा द्वारा की गई. वह कल नॉमिनेटेड सदस्यों से मेयर के चुनाव में वोट डलवाने की कोशिश कर रहे थे यह इनकी साजिश थी. इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन के आर्टिकल 243R और MCD एक्ट के सेक्शन 3B1 ब्लैक एंड वाइट अक्षरों में कहता है कि नॉमिनेटेड पार्षदों को कॉरपोरेशन की मीटिंग में वोट करने का अधिकार नहीं होगा. भाजपा को लग रहा था कि वह संविधान की धज्जियां उड़ाते रहेंगे, वह संविधान की हत्या करते रहेंगे और हम सब बैठकर देखते रहेंगे. मैं आज एलजी साहब को कहना चाहती हूं कि आम आदमी पार्टी का एक-एक विधायक, एक-एक पार्षद, एक-एक कार्यकर्ता अपनी जान दे देगा लेकिन संविधान की हत्या नहीं करने देगा. मैं एलजी साहब से यह कहना चाहती हूं संविधान का सम्मान कीजिए. लोकतंत्र का सम्मान कीजिए. दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी को एमसीडी में चुनकर भेजा है. आप चोर दरवाजे से अपनी सरकार बनाने की कोशिश मत करिए. अगर आप में कोई ईमान-धर्म है तो आज आप यह बयान दीजिए. एलजी साहब तो दिन-रात स्टेटमेंट पर स्टेटमेंट देते रहते हैं. आज एलजी साहब और एमसीडी कमिश्नर स्टेटमेंट दें और लिखित रूप से कहें कि जब भी मेयर का चुनाव होगा तो नॉमिनेटेड मेंबर उसमें वोट नहीं करेंगे. जब तक वह यह बयान नहीं देते हैं, मैं एलजी साहब को यह चेतावनी देना चाहती हूं कि हम सड़क से लेकर संसद तक संविधान की रक्षा का यह संघर्ष जारी रखेंगे.


वहीं आप विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि भाजपा सदन में अपना मेयर बनाना चाहती थी इसलिए उन्होंने पूरी गुंडागर्दी की. हमारे पार्षदों को मारा पीटा. भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा यही है कि वह हमेशा गुंडागर्दी करते हैं. लेकिन आज एलजी साहब जिनके पास एक जिम्मेदारी थी कि वह संविधान की रक्षा करें, वह बाबा साहब अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान की रक्षा करें, वह दिल्ली की चुनी हुई सरकार को बाईपास करके नॉमिनेटेड पार्षद बनाने का काम करते हैं. प्रोटर्म सदस्य हमेशा एक वरिष्ठ सदस्य होता है, लेकिन इन्होंने एक जूनियर पार्षद को बनाया तो निश्चित रूप से आज एलजी संविधान की हत्या करने में उतारू हैं. वह चाहते हैं कि दिल्ली की एमसीडी में भाजपा का मेयर बना रहे. आज वह भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. यह बहुत दुखद है और दिल्ली के लोगों के फैसले का अपमान है.


आप विधायक सोमनाथ भारती का कहान है कि जिस तरह से भाजपा ने एलजी के माध्यम से संविधान की हत्या की है और जनता के फैसले को शर्मसार कर रही है, आम आदमी पार्टी के सारे नेता और सारे पार्षद, भाजपा के नुमाइंदे एलजी विनय कुमार सक्सेना के दरवाजे पर बैठे हैं. उनको हमसे मिलना चाहिए और उन्हें समझना चाहिए कि किस प्रकार से दिल्ली की जनता दुखी है. हम संविधान की हत्या नहीं होने देंगे. संविधान सबसे ऊपर है, हम बाबा साहब का अपमान नहीं होने देंगे. दिल्ली की जनता ने एमसीडी में आम आदमी पार्टी को लाने का जो काम किया है, उससे भाजपा को इस कदर घबराहट है कि वह गुंडागर्दी पर उतर आए हैं.


आप नेता आदिल अहमद खान ने कहा कि पिछले 15 सालों से एमसीडी में भाजपा का शासन था. भाजपा ने एमसीडी को लूट का अड्डा बना रखा था. भाजपा ने पूरी दिल्ली को कूड़ा-कूड़ा कर रखा था. अब एलजी साहब और भाजपा चोर दरवाजे से फिर से एमसीडी में शासन करना चाहते हैं. संविधान की हत्या करके, संविधान को ताक पर रखकर सबसे पहले इन्होंने पीठासीन अधिकारी बनाया. उसके बाद अपने अनुसार 10 मनोनीत पार्षदों को चुना जो कि गलत है. और उसके बाद हद तो तब हो गई जब भाजपा जनता के चुने हुए पार्षदों से पहले मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाने की कोशिश कर रही थी. यह पूरी तरीके से असंवैधानिक है. आज हम सभी लोग यहां इसीलिए इकट्ठा हुए कि जिस तरीके से आप दूसरे राज्यों में ऑपरेशन लोटस चलाकर सरकारे गिराते हैं. दिल्ली में ऐसा नहीं होने देंगे. चुनी हुई सरकार को काम करने दीजिए. सरकारों को अपना दायित्व निभाने दीजिए.