Delhi News: दिलवालों की दिल्ली की शोभा बढ़ा रहे ट्यूलिप के फूल, बसंत में रंग-बिरंगी राजधानी
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Delhi News: दिलवालों की दिल्ली की शोभा बढ़ा रहे ट्यूलिप के फूल, बसंत में रंग-बिरंगी राजधानी

Delhi News:  ट्यूलिप के ये पौधे शांति पथ, कनॉट प्लेस और राष्ट्रपति भवन जैसे पारंपरिक स्थानों के अलावा हैं, जो ट्यूलिप से गुलजार रहते हैं और हर रोज हजारों पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं.

 Delhi News: दिलवालों की दिल्ली की शोभा बढ़ा रहे ट्यूलिप के फूल, बसंत में रंग-बिरंगी राजधानी

Delhi News: दिल्ली में पहली बार एनडीएमसी के अलावा अन्य क्षेत्र विशेषकर लुटियंस जोन (Lutyen’s Zone) इस वसंत में ट्यूलिप से सजा हुआ है. डीडीए ने राजधानी के अपने विभिन्न पार्कों में 1 लाख ट्यूलिप लगाए हैं, जो दिल्ली के लुटियन जोन में एनडीएमसी द्वारा लगाए गए विभिन्न रंगों के 4 लाख से अधिक ट्यूलिप के अतिरिक्त हैं. इसके कारण रोहिणी, द्वारका, आईएसबीटी कश्मीरी गेट, करमपुरा-रोहतक रोड, शालीमार बाग, महरौली, ग्रेटर कैलाश-आई और वसंत विहार जैसे क्षेत्रों में स्थित डीडीए पार्कों में ट्यूलिप खिले हुए हैं. यह पहली बार है कि राष्ट्रीय राजधानी के इन क्षेत्रों के पार्कों में ट्यूलिप लगाए गए हैं.

दिल्ली को फूलों का शहर बनाने का वादा
दिल्ली को 'फूलों का शहर' बनाने का वादा करने वाले दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना लगातार एनडीएमसी क्षेत्र के अलावा पूरी दिल्ली में सौंदर्यीकरण, जीर्णोद्धार और उन्नयन पर जोर दे रहे हैं. 26 दिसंबर 2023 को विभिन्न नगर निकायों के बागवानी विभागों के साथ बैठककर उन्होंने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी), डीडीए आदि के अधिकार वाले क्षेत्रों में ट्यूलिप समेत दूसरे फूल लगाने के निर्देश दिए थे.

5 लाख ट्यूलिप बल्ब खरीदे गए
उपराज्यपाल के निर्देश पर ही इस वर्ष पिछले वर्ष के मुकाबले रिकॉर्ड 5 लाख ट्यूलिप बल्ब खरीदे गए. इनमें से 1 लाख ट्यूलिप बल्ब डीडीए ने अपने विभिन्न पार्कों में लगाने के लिए लिए थे. कोई भी डीडीए पार्कों के अलावा, यमुना तट पर बांसेरा और असिता, पूर्वी दिल्ली में संजय झील और आईएसबीटी, कश्मीरी गेट पर वासुदेव घाट पर कतार में लगे ट्यूलिप को देख सकते हैं.

ट्यूलिप के पौधे कई स्थानों पर
ट्यूलिप के ये पौधे शांति पथ, कनॉट प्लेस और राष्ट्रपति भवन जैसे पारंपरिक स्थानों के अलावा हैं, जो ट्यूलिप से गुलजार रहते हैं और हर रोज हजारों पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं. विनय सक्सेना ने पहली बार इन फूलों को संसद भवन, राज निवास और फ्लैग स्टाफ रोड स्थित दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास पर लगाने की भी व्यवस्था की थी और ये पूरी तरह से खिल गए हैं. उपराज्यपाल अक्सर उनके बारे में ट्वीट भी करते रहते हैं.

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बांसेरा में 40 हजार ट्यूलिप
बांसेरा, जहां हाल ही में पतंग महोत्सव आयोजित किया गया था वहां 40 हजार ट्यूलिप के अलावा डीडीए ने असिता, महरौली पुरातत्व पार्क और रोहिणी सेक्टर -10 में स्वर्णजयंती पार्क में 9000 ट्यूलिप लगाए हैं. दिल्ली को ट्यूलिप जैसे फूलों से सजाने के अलावा उपराज्यपाल ने ट्यूलिप बल्बों को विदेशों से खरीदने की बजाय जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के स्थानीय उत्पादकों से खरीदने पर भी जोर दिया. इसका उद्देश्य स्थानीय किसानों को प्रोत्साहित करने के अलावा ट्यूलिप की लागत में कटौती करना है.

ट्यूलिप प्रॉपेगेशन चैंबर बनाया गया
उपराज्यपाल की पहल पर इस दिशा में आगे बढ़ते हुए एनडीएमसी ने लोधी गार्डन में अपना पहला ट्यूलिप प्रॉपेगेशन चैंबर (Tulip Propagation Chamber) स्थापित किया, जहां काटे गए ट्यूलिप बल्बों को संरक्षित किया जाता है और नियंत्रित मौसम की स्थिति में अगले सीजन में आगे के रोपण के लिए उगाया जाता है.

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