Delhi News: आम आदमी पार्टी ने सीएम अरविंद केजरीवाल को कोर्ट से जमानत मिलने के तुरंत बाद ईडी का एक और समन भेजने पर कड़ी आपत्ति जताई है. पार्टी ने समन भेजने में ईडी द्वारा दिखाई जा रही इस तेजी पर सवाल खड़ा करते हुए इसे भाजपा की निराशा का प्रतीक बताया. "आप" के वरिष्ठ नेता एवं विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि मामला कोर्ट में हैं. अब जब झूठे केस में सीएम अरविंद केजरीवाल को जमानत मिल गई है, तब भी भाजपा की केंद्र सरकार ने ईडी से एक और नोटिस भिजवाकर अपनी निराशा और आतुरता को दिखा दिया. सच तो यह है कि भाजपा किसी भी तरह सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार करना चाहती है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में अपने स्टार प्रचारकों ईडी, सीबीआई और आईटी को उतार कर दिया है, जो भाजपा की हार के भय को जगजाहिर कर रहा है.


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पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर “आप” के वरिष्ठ नेता और विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को किसी भी तरह से गिरफ्तार करने के लिए ईडी और बीजेपी की आतुरता साफ दिखाई दे रही है. ईडी ने तथाकथित आबकारी मामले में अरविंद केजरीवाल को पेशी के लिए एक के बाद एक समन भेजे. ईडी के हर समन का तर्कसंगत जवाब देते हुए उनसे जब सवाल पूछे गए तो ईडी को जवाब नहीं दिया गया. इसके बाद ईडी कोर्ट गई और अरविंद केजरीवाल के पेश होने के मामले पर खुद ही कोर्ट के फैसले को मानने से इन्कार कर दिया. चूंकि तीन हफ्ते पहले सीएम केजरीवाल कह चुके थे कि बजट सत्र के दौरान खुद हाजिर हो जाऊंगा. इस बात को कोर्ट ने भी समझा और पेशी के लिए 16 मार्च की तारीख दी. अरविंद केजरीवाल 16 मार्च को कोर्ट में पेश हुए और कोर्ट ने जमानत देकर ईडी के तमाम सवालों पर ताला लगा दिया है.


उन्होंने कहा कि इतना सब होने के बावजूद ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और बीजेपी का पेट अभी भरा नहीं है. इसको लेकर एक शेर है "किसी को मेरे बारे में पता कुछ भी नहीं है, इल्जाम हजारों हैं खता कुछ भी नहीं है" इसी तरह का सलूक अरविंद केजरीवाल के साथ किया जा रहा है, जब देखा कि बेबुनियाद और मनगढंत आरोप पर जब अरविंद केजरीवाल को जमानत मिल गई है तो जमानत मिलने के दिन सूर्यास्त का इंतजार किए बगैर बीजेपी शासित केंद्र सरकार ने अपनी आतुरता, कुंठा को ईडी के एक नोटिस के जरिए भिजवा कर दिखा दिया. ईडी के इस नोटिस ने आगामी लोकसभा चुनाव परिणामों को लेकर बीजेपी के भय को और अधिक स्पष्ट कर दिया है. बीजेपी ने ईडी के इस नये समन से अपने डर को दुनिया के सामने जता दिया कि आम आदमी पार्टी के कई नेता, मंत्री गिरफ्तार करने के बाद अब आम आदमी पार्टी के मुखिया को किसी भी तरह जेल के सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाए.


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दिलीप पांडे ने कहा कि हजारों रेड हुए, बयान दर्ज हुए, कई झूठी कहानियां गढ़ी गईं और इतना सबकुछ करने के बाद भी जब बीजेपी अरविंद केजरीवाल को फंसा नहीं पाई तो फिर से ईडी का एक नया समन भेज दिया. बीजेपी से कहना चाहते हैं कि देश में यह जो फिल्मी माहौल बना रखा है अपने राजनीतिक अहंकार की भट्टी में केंद्रीय एजेंसियों की इज्जत को झोंक रखा है. यह जो ईडी, सीबीआई, आईटी डिपार्टमेंट को स्टार प्रचारक के रूप में लोकसभा चुनाव 2024 में उतार रखा है. यह केवल बीजेपी के भय को जगजाहिर कर रहे हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी के नेता, विधायक, मंत्री और देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इन सबसे डरने और घबराने वाले नहीं हैं. हम सच के साथ थे, हैं और रहेंगे. बीजेपी जितनी जल्दी यह बात समझ जाए, उतने जल्दी अपनी बची साख बचा पाएंगे और इन केंद्रीय एजेंसियों की मिट्टी में मिल चुकी इज्जत को पाताल में जाने से रोक पाएंगे. 'आप' नेता ने कहा कि आज आलम यह है कि किसी स्पीड ब्रेकर का उद्घाटन करने, किसी का बिल माफ कराने या किसी का अस्पताल में इलाज कराने पर नोटिस आ सकता है. अब तो यह तय हो गया है कि इन लोगों को नोटिस भेजने के लिए किसी वैधानिक आधार की आवश्यकता नहीं है.