Delhi News: दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को इस मानसून में "नागरिक बुनियादी ढांचे के पूरी तरह चरमरा जाने" के कारण हुई मौतों के बाद वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किए गए निरीक्षणों के बारे में मासिक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. मुख्य सचिव को लिखे एक पत्र में सक्सेना के प्रधान सचिव आशीष कुंद्रा ने कहा कि उपराज्यपाल ने सलाह दी है कि वरिष्ठ अधिकारियों को उनके क्षेत्राधिकारी के अंतर्गत आने वाली सेवाओं के "निर्धारित निरीक्षण के लिए एक संस्थागत तंत्र स्थापित करना चाहिए."


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मिलेगी मदद
पत्र में कहा गया है, "इससे उन्हें नागरिकों के समक्ष आ रही मुख्य समस्याओं का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने तथा सुधारात्मक नीति या नियामक उपाय करने में मदद मिलेगी. मुख्य सचिव सभी विभागों को निरीक्षण रिपोर्ट का एक समान प्रारूप प्रसारित करेंगे तथा प्रत्येक अधिकारी द्वारा किए गए निरीक्षणों की संख्या के बारे में मासिक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे."


ये भी पढ़ें: सोनीपत में सनसनी, CM के OSD के भाई पर जानलेवा हमला


वरिष्ठ अधिकारियों की अनदेखी पर करता है इशारा
कुंद्रा ने यह भी कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी राष्ट्रीय राजधानी में नालों की सफाई के मामले को गंभीरता से लिया है और "कड़ी टिप्पणियां" की हैं. उन्होंने कहा, "वर्षों से नालों की सफाई नहीं की गई है, सीवर लाइन जाम हैं, जिससे नियोजित कॉलोनियों में भी बाढ़ आ रही है." कुंद्रा के पत्र में कहा गया है कि उपराज्यपाल सक्सेना के अनुसार, यह सब शहर में "वरिष्ठ अधिकारियों की पूर्ण अनदेखी" की ओर इशारा करता है.


किया जाए गहन निरीक्षण
कुंद्रा ने इस मुद्दे पर उपराज्यपाल के निर्देशों को साझा करते हुए कहा कि सभी विभागाध्यक्षों (एचओडी), सचिवों, प्रमुख सचिवों या अतिरिक्त मुख्य सचिवों को "क्षेत्रीय निरीक्षणों की एक अनुसूची तैयार करने" और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि सभी परिसंपत्तियों या क्षेत्रों का गहन निरीक्षण किया जाए.