Delhi News: दिल्ली के वजीरबाद राम घाट से बांध से GT करनाल रोड नेशनल हाइवे तक करीब 15 से 18 किलोमीटर लंबे यमुना पुस्ता रोड का करोड़ों रुपये की लागत से बनाकर तैयार किया गया है. पक्की सड़क के साथ स्ट्रीट लाइट भी लगवाई गई है. स्ट्रीट लाइट होने के बावजूद भी पुस्ता रोड पर लाइट न होने की वजह से स्थानीय लोग अंधेरे में चलने पर मजबूर हैं. राहगीर कई बार अंधेरे के चलते हादसे का शिकार होते हैं. वहीं असमाजिक तत्व भी अंधेरे में लूटपाट की वारदात को अंजाम देते हैं.


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जिधर देखो उधर अंधकार में डूबती हुई सड़क नजर आ रही है, जिस पर चलते हुए लोगों को डर लगने लगा है. अंधकार में डूबी सड़क को देखकर आप चौंकिये मत यह सड़क किसी यूपी, बिहार के देहात इलाकों की नहीं बल्कि राजधानी दिल्ली के वजीरबाद बुराड़ी के यमुना पुस्ता बांध की सड़क है. यहां दिन ढलते ही दिल्ली की इस सड़क पर लोगों को निकलते हुए डर लगता है. क्योंकि अंधकार का फायदा उठाकर बदमाशों द्वारा लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया जाता है. वहीं सड़क के किनारे चलने वाले पैदल या साइकिल सवार भी अंधकार के चलते हो जाते हैं. तेज रफ्तार वाहनों से हादसों के शिकार हो जाते हैं.


राजधानी दिल्ली की यह सड़क दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास से महज 8 से 10 किलोमीटर पर है. इस सड़क को यमुना पुस्ता बांध भी कहा जाता है. वजीराबाद शिकारगाह से रामघाट, जगतपुर, संत नगर, बुराड़ी, बाबा कॉलोनी, प्रधान एनक्लेव, चर्च व हिरणकी पुलिस चौकी होते हुए हनुमान मंदिर नेशनल हाइवे GT करनाल रोड़ को जोड़ती है.


करीब 15 से 18 किलोमीटर लंबी इस यमुना पुस्ता बांध पर दिन ढलते ही यह सड़क अंधकार में लुप्त हो जाती है, क्योंकि इस यमुना पुस्ते पर स्ट्रीट लाइटे तो लगी है, परंतु रोशनी नहीं है. खम्बो पर लाइटें जलती नहीं, जिसके चलते सड़क पर अंधेरा हमेशा रहता है. इस कारण स्थानीय लोग बेहद परेशान है, लेकिन सड़क पर पसरा अंधेरा किसी भी जनप्रतिनिधियो को नहीं दिखाई देता, जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतान पड़ रहा है.


जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि पिछले साल इस यमुना पुस्ते रोड का निर्माण कार्य हुआ है. स्ट्रीट लाइटें भी लग चुकी हैं, परंतु अभी इन लाइटों ने रोशनी देना शुरू नही किया है. जनप्रतिनिधि इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान दें, ताकि कोई भी राहगीर सड़क हादसो का शिकार न हो सकें.


Input: Nasim Ahmad