Delhi News: 80 साल पुराने इस गांव में छूकर भी नहीं गुजरतीं मूलभूत सुविधाएं, ग्रामीण किस पर करें यकीन
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Delhi News: 80 साल पुराने इस गांव में छूकर भी नहीं गुजरतीं मूलभूत सुविधाएं, ग्रामीण किस पर करें यकीन

Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी में रहने के बावजूद भी लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. इस गांव में न तो सड़कें बनी हुई हैं और न गंदे पानी की निकासी के लिए नाली बनी हुई है.  

Delhi News: 80 साल पुराने इस गांव में छूकर भी नहीं गुजरतीं मूलभूत सुविधाएं, ग्रामीण किस पर करें यकीन

Delhi News: नॉर्थ दिल्ली में एक लाल डोरा वाला प्राचीन गांव ऐसा भी जहां रहने वाले लोग मूलभूत सुविधओं से वंचित है. यहां टूटी गलियां, गंदी नालियां, पीने के पानी की किल्लत से लोग परेशान हैं. समस्या यही नहीं बल्कि इस गांव का साइन बोर्ड, जिसका वजन करीब 100 किलो से ज्यादा है. वो पिछले एक महीने से हवा में टंगा हुआ है, जिससे कभी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधि वोट मांगने के लिए तो आते हैं, लेकिन यहां हो रही असुविधा पर कोई भी नेता ध्यान नहीं देता है.

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नॉर्थ दिल्ली के इस गांव का नाम जहांगीरपुर है. यह गांव बुराड़ी विधानसभा के अधीन आता है. इस गांव के निवासी अपने आपको यह नहीं लगता कि वह राजधानी दिल्ली में रह रहे हैं, क्योंकि यहां के हालात ही कुछ ऐसे हैं जिन्हें देखकर आप खुद हैरान हो जाएंगे. सबसे पहले आपको इस गांव में इंट्री करते ही आपको इस गांव का साइन बोर्ड दिखाई देगा. किस तरीके से यह साइन बोर्ड हवा में लटका हुआ है. यह पिछले 1 महीने की आंधी से टूट गया था, जिससे यह साइन बोर्ड आधा अधूरा हवा में ही लटका हुआ है. इसके चलते हमेशा यहां हादसे का खतरा मंडराता रहता है.fallback

DJB नहीं कर रहा पानी सप्लाई
आपको बता दें कि अपने पहले जमाने में ग्रामीण इलाकों में हैंडपंप जरूर देखे होंगे. इस जहांगीरपुर गांव की गलियों में जगह-जगह हैंडपंप दिखना एक आम बात है, परंतु दिल्ली शहर में यदि कहीं हैंडपंप देखने को मिल जाए तो यह हैरानी की बात होती है. यहां के लोगों का आरोप है कि जलबोर्ड का पानी इन लोगों तक पूर्ण मात्रा में नही मिल पाता है. इसके चलते यह लोग अक्सर खारे पानी का इस्तेमाल नहाने धोने और खाने-पीने में करते हैं. इन लोगों ने अपने घरों के बाहर हैंडपंप लगाए हुए हैं, जिससे पानी निकालते हैं और अपना दिनचर्या चलाते हैं.

लाल डोरा वाले प्राचीन गांव की गलियां आज तक बनाई नहीं गई हैं. नालियों की रिपेयरिंग नहीं की गई लोगों का आरोप यह भी है कि यहां तक सफाई कर्मचारी नहीं पहुंच पाते हैं. इसके चलते नालियों में गंदगी के चलते कीड़े-मकोड़े, मच्छर-मक्खी पनप रहे हैं.fallback

शासन पर खड़े हो रहे सवाल
आपको बता दें यह करीब 80 साल पुराना प्राचीन गांव हैं. लालडोरा मान्यता प्राप्त इस प्राचीन गांव में मूलभूत सुविधाएं न होना, यहां के लोगों के लिए एक बड़ी मुसीबत बनती जा रही है. कहीं न कहीं शासन-प्रशासन पर भी बड़े सवालियां निशान खड़े हो रहे हैं.

राजधानी दिल्ली में जनता पानी फ्री देने की बात कही जा रही हैं. उस दिल्ली में पानी, सड़कें, गलियां व नालियां जैसी मूलभूत सुविधाएं जनता तक न पहुंचना कहीं न कहीं अब शासन प्रशासन व जनप्रतिनिधियों पर भी सवाल खड़े कर रहा है.

Input: Nasim Ahmed

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