आवारा जानवरों की स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए अस्थायी स्ट्रीट डॉग्स शेल्टर बनाने के लिए सुझाव मांगे. उन्होंने कहा कि MCD के सभी जोन में पायलट प्रोजेक्ट के तहत अस्थायी स्ट्रीट डॉग्स शेल्टर बनाए जा सकते हैं. इसके ऊपर विचार किया जा रहा है और सुझाव लिए जा रहे हैं. इससे स्ट्रीट डॉग्स की समस्या काफी हद तक दूर हो सकती है.
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नई दिल्लीः मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने पार्षदों के साथ सिविल लाइंस जोन की समस्याओं को लेकर आज समीक्षा बैठक की. शैली ओबरॉय ने कहा कि दिल्ली वासियों को स्ट्रीट डॉग्स से निजात दिलाने के लिए अस्थायी शेल्टर बनाने को लेकर सुझाव लिए जा रहे हैं. इसके अलावा अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि घरों से कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां रूकती नहीं हैं. उनका समय निर्धारित कर प्रत्येक घर से कूड़ा उठाना सुनिश्चित किया जाए. बेलदारों के ड्राइवर का काम करने पर तत्काल रोक लगाई जाए. अगर कोई हादसा होता है तो संबंधित अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार होंगे.
दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय और सदन के नेता मुकेश गोयल ने पार्षदों के साथ सिविल लाइंस जोन की समस्याओं को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में पार्षदों ने अधिकारियों के सामने अवैध अतिक्रमण, ऑटो टिप्परों की कमी, सफाई कर्मचारियों की कमी, ड्राइवरों की कमी, शिक्षकों और मालियों की कमी का मुद्दा उठाया. इसके अलावा सामुदायिक केंद्रों, पार्कों और नालियों के रखरखाव का भी मुद्दा उठाया. इसके अतिरिक्त आवारा पशुओं की समस्या पर चर्चा की गई.
मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने आवारा जानवरों की स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए अस्थायी स्ट्रीट डॉग्स शेल्टर बनाने के लिए सुझाव मांगे. उन्होंने कहा कि MCD के सभी जोन में पायलट प्रोजेक्ट के तहत अस्थायी स्ट्रीट डॉग्स शेल्टर बनाए जा सकते हैं. इसके ऊपर विचार किया जा रहा है और सुझाव लिए जा रहे हैं. इससे स्ट्रीट डॉग्स की समस्या काफी हद तक दूर हो सकती है. बैठक में वाहन चालकों की कमी का मामला सामने आया.
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उन्होंने आगे कहा कि ड्राइवर नहीं होने के कारण बेलदार वाहन चला रहे हैं. इनमें से कई के पास लाइसेंस भी नहीं हैं. ऐसे में मेयर ने कहा कि बेलदारों के ड्राइवर का काम करने पर तत्काल रोक लगाई जाए. अगर कोई हादसा होता है तो संबंधित अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार होंगे. MCD में जल्द ड्राइवरों की भर्ती की जाएगी. MCD में 98 फीसदी काम नहीं हुए हैं. सभी काम पुरानी सरकार के समय से ही लंबित हैं. इसके अलावा जो 2 फीसदी काम हुए हैं, वह भी ठीक तरह से नहीं किए गए हैं.
बैठक के दौरान मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने निर्देश दिए हैं कि MCD की सुविधाएं की लोगों तक जानकारी पहुंचायी जाए. वार्डों से शिकायत मिलती हैं कि टिप्पर रूकते नहीं है, उनका समय निर्धारित किया जाए. प्रत्येक घर से टिप्पर कूड़ा लेकर जाएं. मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने सिविल लाइंस जोन के डीसी को बैठक में उठाये गये मुद्दों को प्राथमिकता के आधार पर हल करने के भी निर्देश दिए.
(इनपुटः बलराम पांडेय)