New Delhi: दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में इच्छामृत्यु मांगने जा रहे महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि के 9 शिष्यों को कस्टडी में लिया है. साधुओं को इस्लाम के जेहादियों की तरफ से लगातार सर तन से जुदा करने की धमकी मिल रही थी. इसलिए वो दयामृत्यु मांगने के लिए सुप्रीम कोर्ट में जा रहे थे. 


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बता दें कि तिलक मार्ग पुलिस ने इच्छामृत्यू मांगने जा रहे 9 साधुओं को रास्ते में ही रोक लिया और सभी को थाने ले गई. पूछताछ में साधुओं ने पुलिस को बताया कि हम सभी यति नरसिंहानंद गिरि के शिष्य हैं. उनके मित्र पंडित कमलेश तिवारी का कत्ल कर दिया गया था. इसके बाद से हमारे गुरू और हम इन जिहादियों के निशाने पर हैं. उन्होंने बताया कि इस्लाम के जिहादी हर किमत पर हमें जान से मारना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हम अच्छी तरह से जानते हैं कि किसी भी सरकार में हमारी रक्षा करने की न तो शक्ति है और न ही साहस है. इस कारण हमारी हत्या तो निश्चित ही है. इसलिए अनुरोध है कि मृत्यु को तय समझकर हमें दयामृत्यु दे दी जाए.


बता दें कि कुछ दिनों पहले गाजियाबाद के डॉक्टर अरविंद वत्स अकेला को कथित तौर पर 'सर तन से जुदा' करने की धमकी मिली थी. इसके बाद गाजियाबाद पुलिस ने खुलासा किया था कि डॉक्टर को ऐसी कोई धमकी नहीं मिली है. डॉक्टर ने फेमश होने के लिए ऐसा झूठ फैलाया था. इसके बाद से डॉक्टर अकेला सन्यासी बन गए. अब इनका नाम यति निर्भयानंद रखा गया है. 


वहीं गाजियाबाद के डासना में स्थित शिव शक्ति धाम के महंत महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने बताया कि शिष्यों को आए दिन इस्लाम के जिहादी सर तन से जुदा करने की धमकी देते रहते हैं. इससे कारण ये सभी सन्यासी डरे हुए हैं. इसी कारण आज योगी सरोजनाथ, यति निर्भयानंद (पूर्व नाम डॉक्टर अरविंद अकेला), यति यतींद्रानंद, स्वामी कृष्णानंद गिरी, यति रामस्वरूपानंद, यति कृष्णानंद, यति रणविजयानंद, यति सत्यानंद आदि सन्यासी दयामृत्यु मांगने के लिए सुप्रीम कोर्ट में जा रहे थे.