Delhi Police: गुरुवार को यानी 16 फरवरी को दिल्ली पुलिस राइजिंग डे के मौके पर गृहमंत्री अमित शाह ने ऑन द स्पॉट फॉरेंसिक जांच करने वाली मोबाइल वैन को हरि झंडी दिखाई थी. इससे दिल्ली पुलिस को अपराधी को पकड़ने में बहुत मदद मिलेगी, क्योंकि इस मोबाइल फॉरेंसिक वैन की वजह से अब जांच के लिए इंतजार नहीं करना होगा. वहीं सबूतों को नष्ट होने से बचाया जा सकेगा. इसकी मदद से अब राजधानी दिल्ली में ऑन द स्पॉट फॉरेंसिक जांच होगी. 


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दिल्ली पुलिस जघन्य अपराधों के मामलों में फॉरेंसिक जांच में तेजी लाने के मकसद से हाई-टेक अत्याधुनिक फॉरेंसिक मोबाइल वैन अपने बेड़े में शामिल किया गया है.
फॉरेंसिक मोबाइल वैन नेशनल फॉरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी गांधीनगर में तैयार की गई है. फोरेंसिक फाइंडिंग को बढ़ाने के साथ-साथ मौजूदा फोरेंसिक लैब पर बोझ को कम करने का काम करेंगी.


फॉरेंसिक वैन में अति आधुनिक equopment से लैश है, जिसके जरिये मौके ए वारदात पर ही आवाज के विश्लेषण और उंगलियों के निशान की पहचान के साथ-साथ चोट के पैटर्न, बंदूक की गोली के घाव और पीड़ितों के अन्य घावों का पता लगाने में मददगार होगी. वैन में तत्काल फॉरेंसिक विश्लेषण करने के लिए किट और ऑन-द-स्पॉट सैंपल इकट्ठा करने वाले उपकरण भी मौजूद हैं.


वैन के अंदर कुछ प्रमुख उपकरण एक रेफ्रिजरेटर बायोडिग्रेडेबल सबूत रखने के लिएवजन की मशीन, सीसीटीवी कैमरा, एलईडी स्क्रीन अपराध स्थल पर रियल टाइम गतिविधियों की निगरानी के लिए स्टीरियो माइक्रोस्कोप सबूतों की भौतिक जांच के लिए, लैपटॉप, डिजिटल कैमरा और फ्लैशलाइट उपलब्ध है.


फॉरेंसिक वैन में क्राइम सीन प्रोटेक्शन, सामान्य जांच, सबूत कलेक्शन और पैकेजिंग, फिंगरप्रिंट-कलेक्शन, गुप्त फिंगरप्रिंट कलेक्शन, फुट और टायर प्रिंट-कास्टिंग, ब्लड पता लग विस्फोटक, नशीले पदार्थों का परीक्षण, बारूद का पता लगाना, बुलेटहोल जांच और आगजनी की जांच के लिए किट उपलब्ध है.