Bhiwani Pollution: दिल्ली में BS III पेट्रोल और BS IV डीजल चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगने के बाद अब हरियाणा रोड़वेज को भी चिंता सताने लगी है कि कहीं सरकार उनकी भी गाड़ियों की एंट्री दिल्ली में बैन न कर दे.
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Bhiwani Pollution: राजधानी दिल्ली सहित हरियाणा और यूपी के भी कई जिलों में प्रदूषण गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है. कमीशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने दिल्ली-NCR में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का थर्ड स्टेज को लागू कर दिया है, जिसके बाद BS III पेट्रोल और BS IV डीजल चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लग जाएगा. दिल्ली में वाहनों पर प्रतिबंध लगने के बाद अब हरियाणा रोड़वेज को भी चिंता सताने लगी है कि कहीं सरकार उनकी भी गाड़ियों की एंट्री दिल्ली में बैन न कर दे.
हरियाणा के एक दर्जन से अधिक जिले इन दिनों गंभीर वायु प्रदूषण से गुजर रहे हैं, जहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 से भी ऊपर पहुंच गया है. बढ़ते प्रदूषण के लिए पराली को मुख्य कारण माना जाता है, वहीं वाहनों से निकलने वाला धुआं भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. हरियाणा रोडवेज की सैकड़ों बसें प्रतिदिन हरियाणा व दिल्ली में यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने का काम करती हैं. प्रदूषण की वजह से BS III पेट्रोल और BS IV डीजल चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगने के बाद अब हरियाणा के रोडवेज कर्मचारियों को भी इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं उनकी बसों पर भी सरकार द्वारा प्रतिबंध न लगा दिया जाए.
भिवानी रोडवेज के जनरल मैनेजर नेत्रपाल खत्री से जब रोड़वेज से होने वाले प्रदूषण के बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स जहां 400 से ऊपर चला गया है. वहीं हरियाणा में भी एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब स्तर तक पहुंच गया है. हरियाणा रोडवेज की सभी बसों में वायु प्रदूषण रोकने के लिए बीएस-6 मापदंडों को अपनाया गया है, जो वाहनों से निकलने वाले धुएं की रोकथाम के लिए आधुनिकतम तकनीक है. जिसकी वजह से अभी रोडवेज कर्मचारियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है.
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हरियाणा रोड़वेज की भिवानी डिपो से हर दिन 26 गाडियां दिल्ली के लिए जाती है, जिनमें 20 गाडियां भिवानी डिपो से, चार गाडियां तोशाम सब डिपो से, दो गाडियां लोहारू सब डिपो से दिल्ली की तरफ यात्रियों को लाने- ले जाने का कार्य करती हैं. इन सभी गाड़ियों में बीएस-6 तकनीक का प्रयोग वायु प्रदूषण को रोकने के लिए किया गया गया है. ऐसे में उनका मानना है कि वाहनों से निकलने वाले पाल्यूशन में रोडवेज की बहुत बड़ी भूमिका नहीं है. फिर भी यदि राज्य सरकार या दिल्ली सरकार इस संबंद्ध में कोई दिशा-निर्देश जारी करते है तो वे दिल्ली की तरफ गाड़ियां ले जाने को लेकर विचार-विमर्श कर सकते हैं. फिलहाल दिल्ली की तरफ जाने वाली रोडवेज बसों में कोई व्यवधान नहीं है.
Input- Naveen Sharma