Delhi School Admission: दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग ने छात्रों का स्कूल में एडमिशन के लिए निगम विद्यालयों में एंट्री गेट पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं. निगम विद्यालयों में अपने बच्चों को प्रवेश दिलाने के इच्छुक अभिभावक क्यूआर कोड की सहायता से दाखिले संबंधी प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी कर सकते हैं.
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Delhi Nursery Admission: दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग ने छात्रों में आधारभूत साक्षरता और अंकगणित कौशल विकसित करने के लिए आज सिविक सेंटर में स्थित केदारनाथ साहनी सभागार में एक सभा का आयोजन किया. इस सभा में 1500 से अधिक प्रधानाचार्यों, मेंटर अध्यापकों और सभी 12 क्षेत्रों के शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों ने भाग लिया. बैठक का मुख्य उद्देश्य 2023-2024 के शैक्षिक सत्र के दौरान नए आयाम हासिल करने की दिशा में कार्य करना था.
दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग ने दाखिले की प्रक्रिया को सुगम बनाने की दिशा में कार्य करते हुए सभी निगम विद्यालयों के प्रवेश द्वार पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं. निगम विद्यालयों में अपने बच्चों को प्रवेश दिलाने के इच्छुक अभिभावक क्यूआर कोड की सहायता से दाखिले संबंधी प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी कर सकते हैं. इस नई पहल के माध्यम से विद्यालय में दाखिले संबंधी प्रक्रिया सुगम और सुप्रवाही बन सकेगी.
निगम के शिक्षा विभाग ने छात्रों के आधारभूत साक्षरता औरक अंकगणित कौशल को सुदृढ़ करने के लिए नई आकलन पद्धति विकसित की है, जोकि छात्रों की आवश्यकता, रुचि और छात्रों के मुख्य विषय पर आधारित है. छात्रों के आधारभूत अधिगम स्तर, कक्षाओं और आकलन के लिए चरण वार कार्यक्रम तैयार किया गया है. इसके साथ ही शिक्षा विभाग ने एफएलएन कौशल के विकास एवं निपुण भारत के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मिशन बुनियाद आरंभ किया है. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य निगम विद्यालय में पढ़ने वाले प्रत्येक छात्र को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करना है ताकि आगे चलकर वे जिम्मेदार और कुशल नागरिक बन सकें.
निगम विद्यालयों में दाखिला बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए अप्रैल महीने के तीसरे औप चौथे सप्ताह में सर्वे किया जाएगा. सर्वे के माध्यम से विशेष आवश्यकता वाले बच्चों का अधिक से अधिक दाखिला सुनिश्चित करना है. जिससे कि वो भी निगम विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर सकें. दिल्ली नगर निगम का शिक्षा विभाग सभी छात्रों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करता है और यह सुनिश्चित करना कि प्रत्येक छात्र को उसकी आशाओं और लक्ष्यों की प्राप्ति हो. नए शैक्षिक सत्र में आरंभ की गई नई पहल इस लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में कार्य करेंगी तथा यह भी सुनिश्चित करेंगी कि कोई भी बालक शिक्षा प्राप्त करने से वंचित न रहे.