Delhi News: नवीन खीची को आज कोर्ट में पेश करेगी पुलिस, घटनास्थल पर जाएगी फॉरेंसिक टीम
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Delhi News: नवीन खीची को आज कोर्ट में पेश करेगी पुलिस, घटनास्थल पर जाएगी फॉरेंसिक टीम

Delhi News: नवीन शनिवार रात करीब 11 बजे ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग के दौरान अस्पताल में आग लगी थी, जिसमें 7 नवजातों की मौत हो गई. दावा किया गया कि 1 बच्चे की आग लगने से कुछ घंटे पहले ही मौत हो गई थी, लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.

 Delhi News: नवीन खीची को आज कोर्ट में पेश करेगी पुलिस, घटनास्थल पर जाएगी फॉरेंसिक टीम

Delhi Vivek Vihar Incidence: शनिवार रात दिल्ली के विवेक विहार में बच्चों के अस्पताल में आग लगने से 7 नवजातों की मौत हो गई. कई बच्चे झुलस गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद 7 में से 5 बच्चों को उनके परिजन को सौंप दिया गया. बाकी के दो बच्चों के पोस्टमार्टम के बाद उनके परिवार को सौंपा जाएगा. पुलिस ने अस्पताल के मालिक को रविवार को ही गिरफ्तार कर लिया था. आज उनको कोर्ट में पेश किया जाएगा.

ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग के दौरान लगी आग
शनिवार रात करीब 11 बजे ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग के दौरान अस्पताल में आग लगी थी, जिसमें 7 नवजातों की मौत हो गई. दावा किया गया कि 1 बच्चे की आग लगने से कुछ घंटे पहले ही मौत हो गई थी, लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. आरोप है कि अस्पताल को लाइसेंस की अवधि समाप्त हो जाने के बावजूद चलाया जा रहा था. उसमें योग्य डॉक्टर भी नहीं थे और अग्निशमन विभाग से कोई मंजूरी भी नहीं ली गई थी.

फॉरेंसिक की टीम जाएगी
पुलिस ने रविवार को नवीन खिची और घटना के वक्त ऑन ड्यूटी डॉक्टर आकाश को गिरफ्तार कर लिया था. आज दोपहर उनको कड़कड़डूमा कोर्ट में पेशकर पुलिस उनकी कस्टडी मांग सकती है. पुलिस ने अस्पताल के मालिक के ऊपर धारा 336 और 304 (A) के तहत एफआईआर दर्ज किया है. घटनास्थल पर आज यानी सोमवार को फॉरेंसिक की टीम और बिजली विभाग घटना की वजह पता लगाने के लिए जाएंगे.

नवीन खीची ने कहा वो शर्मिंदा है
नवीन खीची अपनी पत्नी संग मिलकर विवेक विहार, फरीदाबाद, पंजाबी बाग और गुरुग्राम में न्यू बॉर्न बेबी के नाम से अस्पताल चलाता है. गिरफ्तारी के बाद नवीन खीची ने पुलिस से कहा कि वो नवजातों की मौत पर शर्मिंदा है. उसने कुबूल किया किया कि अस्पताल के संचालन में नियमों की अनदेखी की गई थी. सिर्फ पांच बेड के अस्पताल में 12 बच्चे भर्ती किए गए थे.

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