केदारनाथ समेत चारधाम जाने वालों के लिए एडवाइजरी जारी, यात्रा से पहले ये तैयारियां जरूरी
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केदारनाथ समेत चारधाम जाने वालों के लिए एडवाइजरी जारी, यात्रा से पहले ये तैयारियां जरूरी

Chardham Yatra Advisory : उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों और ट्रैकर्स से अपील की है कि वे कम से कम सात दिनों की यात्रा का प्लान बनाएं, ताकि उन्हें मौसम के अनुकूल होने का समय मिल सके.

केदारनाथ समेत चारधाम जाने वालों के लिए एडवाइजरी जारी, यात्रा से पहले ये तैयारियां जरूरी

Chardham Yatra Advisory: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा (Chardham Yatra) भारत में सबसे लोकप्रिय हिंदू तीर्थों में से एक है. हिमालयी क्षेत्र में स्थित यह चार पवित्र स्थलों- बद्रीनाथ (Badrinath), केदारनाथ (Kedarnath), गंगोत्री (Gangotri) और यमुनोत्री (Yamunotri) की यात्रा है. इस बार खराब मौसम के मद्देनजर तीर्थ यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की गई है. देश विदेश के श्रद्धालुओं के लिए 25 अप्रैल को ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ मंदिर के द्वार खोल दिए गए हैं. श्रद्धालु लगातार बाबा के धाम में पहुंच रहे हैं. जिला प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि जो भी श्रद्धालु केदारनाथ के लिए आ रहे हैं, वे मौसम को देखते हुए ही यात्रा करें.

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रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी मयूर दीक्षित का कहना है कि मौसम विभाग ने 30 अप्रैल तक केदारनाथ धाम में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है. जिन लोगों ने यात्रा के लिए रजिस्टेशन कराया है, उन्हें हम लोग सोनप्रयाग से सुबह 11.30 बजे तक केदारनाथ भेजते हैं और जिनका होटल लॉज बुक है, उन्हें  गौरीकुंड से दोपहर 1.30 बजे तक भेजते हैं. इसलिए तीर्थयात्री मौसम को ध्यान में रखकर ही यात्रा करें. केदारनाथ धाम में यात्रा के लिए व्यवस्था की जा रही है. बारिश और बर्फबारी के कारण टैंट टूट गए हैं. उनकी सही व्यवस्था हो जाने पर सभी लोगों के रहने खाने की व्यवस्था धीरे-धीरे सुचारू हो जाएगी. 

11 भाषाओं में एडवाइजरी जारी 
तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी 11 भाषाओं (हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, मलयालम, तेलुगु, कन्नड़, बंगाली, गुजराती, पंजाबी, मराठी और उड़िया) में जारी की गई है. इस साल चार धाम यात्रा के दौरान कार्डियक अरेस्ट से करीब नौ लोगों की मौत हो चुकी है. खराब मौसम ने केदारनाथ जाने वाले सैकड़ों तीर्थयात्रियों की यात्रा को प्रभावित किया है.उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों और ट्रैकर्स से अपील की है कि वे कम से कम सात दिनों की यात्रा का प्लान बनाएं, ताकि उन्हें मौसम के अनुकूल होने का समय मिल सके.

तीर्थयात्रियों को ये बातें ध्यान रखना जरूरी 

1. एडवाइजरी के मुताबिक यात्रा के दौरान बार-बार ब्रेक लेने का प्लान बनाएं-  ट्रैक के हर एक घंटे या ऑटोमोबाइल चढ़ाई के हर दो घंटे में 5-10 मिनट का ब्रेक जरूर लें. 
2. तीर्थयात्रियों को यात्रा से पहले चिकित्सा और ट्रैकिंग की तैयारी सुनिश्चित करनी चाहिए. अधिक ऊंचाई की यात्रा के दौरान मेडिकल समस्याएं हो सकती हैं. इसे ध्यान में रखते हुए ही अपना बैग पैक करें. 
3. रोजाना 5-10 मिनट तक ब्रीदिंग एक्सरसाइज जरूर करें. रोजाना 20-30 मिनट टहलें।
4. यदि किसी को हृदय रोग, अस्थमा, उच्च रक्तचाप या मधुमेह की शिकायत है तो यात्रा के लिए फिटनेस सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य जांच करवाए।किसी भी आपात स्थिति के लिए घरेलू चिकित्सक का कॉन्टैक्ट नंबर और दवाएं और मेडिकल इक्विपमेंट साथ में जरूर रखें. अगर डॉक्टर ने आपको यात्रा करने से रोका है तो यात्रा न करें. 
5. यात्रा से पहले मौसम का अपडेट जरूर लें और सुनिश्चित करें कि आपके पास सर्दी से बचने के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े हों. तीर्थयात्रियों के पास ऊनी स्वेटर, थर्मल, जैकेट, दस्ताने, मोज़े, रेनकोट, छाता के अलावा पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर होना चाहिए. 
6. यदि किसी तीर्थयात्री को सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, लगातार खांसी, चक्कर आना, उल्टी, बर्फीली/ठंडी त्वचा, कमजोरी, या शरीर के एक हिस्से में सुन्नता का अनुभव होता है, तो उन्हें पास में मौजूद अस्पताल पर पहुंचना चाहिए. 
7. यात्रा के दौरान शराब, नींद की गोलियां और तेज दर्द निवारक दवाओं का सेवन प्रतिबंधित
8. तीर्थयात्रियों को कम से कम दो लीटर तरल पदार्थ पीना चाहिए और पूरी यात्रा के दौरान भरपूर पौष्टिक आहार लेना चाहिए.

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