Diwali Festival 2023: नवरात्रि से शुरू हुए त्योहारों के सीजन में दिल्ली सहित देश भर के बाजारों में ग्राहकों की बढ़ती संख्या को लेकर व्यापारियों में बड़ा उत्साह है. करवा चौथ के त्योहार के बाद अब दिवाली की खरीदारी के लिए ग्राहक बाजारों का रुख करने लगे हैं. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) द्वारा इस साल दिवाली के त्योहार पर देशभर के बाजारों में 3.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार होने का अनुमान लगाया गया है. अकेले दिल्ली में ही इस सीजन में 35 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार होने की संभावना है.


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CAIT के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा कर्मचारियों के लिए बोनस की घोषणा की गई है. वहीं राज्य सरकारों द्वारा भी अपने कर्मचारियों को दिवाली का बोनस दिया जाता है. प्राइवेट सेक्टर में भी कर्मचारियों को दिवाली बोनस एवं अन्य इंसेंटिव दिये जाते हैं, जिससे की त्योहारी सीजन में खरीदारी बढ़ेगी. अतिरिक्त पैसे मिलने की वजह से लोग ज्यादा खर्च करेंगे. 


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भरतिया एवं खंडेलवाल ने बताया कि एक अनुमान के अनुसार त्योहारों के सीजन में 3.5 लाख करोड़ का व्यापार होगा, जिसमें 13% खाद्य एवं किराना में, 9% ज्वेलरी में, 12% वस्त्र एवं गारमेंट, 4% ड्राई फ्रूट, मिठाई एवं नमकीन, 3% घर की साज सज्जा, 6% कास्मेटिक्स, 8% इलेक्ट्रॉनिक्स एवं मोबाइल, 3% पूजन सामग्री एवं पूजा वस्तुओं, 3% बर्तन तथा रसोई उपकरण, 2% कॉन्फ़ेक्शनरी एवं बेकरी, 8% गिफ्ट आइटम्स, 4% फ़र्निशिंग एवं फर्नीचर एवं शेष 20% ऑटोमोबाइल, हार्डवेयर, इलेक्ट्रिकल, खिलौने सहित अन्य अनेक वस्तुओं एवं सेवाओं पर ग्राहकों द्वारा खर्च किए जाने का अनुमान है. उन्होंने बताया कि पैकिंग क्षेत्र को भी दिवाली पर बड़ा व्यापार होने की संभावना है.


05 नवंबर से होगी त्योहारों की शुरुआत 
05 नवंबर से त्योहारों की शुरुआत होगी. 05 नवंबर को अहोई अष्टमी, 10 नवंबर को धनतेरस, 12 नवंबर को दिवाली, 13 नवंबर को गोवर्धन पूजा, 15 नवंबर को भाई दूज, 17 नवंबर को छठ पूजा और 23 नवंबर को तुलसी विवाह के साथ त्योहारों का सीजन खत्म होगा. इसके बाद शादियों के सीजन की शुरुआत होगी. 


भरतिया एवं खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अपने पिछली मन की बात में देशवासियों से त्यौहारों पर लोकल वस्तुओं को खरीदने का आह्वान किया था, जिसका बड़ा प्रभाव पूरे देश में दिखाई दे रहा है. CAIT ने भी देशभर के व्यापारी संगठनों से आग्रह किया है कि वो अपने शहर के स्थानीय निर्माताओं, कारीगरों एवं कलाकारों द्वारा बनाये गये उत्पादों को बाजार दिलाने में सहयोग करें, जिससे दिवाली पर आत्मनिर्भर भारत की एक विशिष्ट झांकी दिवाली देश-दुनिया को दिखाई जा सके.