दिल्ली-NCR और हरियाणा में धूमधाम से मना दशहरा, कहीं बारिश से गिरा रावण तो कहीं लोगों ने डाला रंग में भंग
दशहरे के शुभ अवसर पर साउथ के सुपरस्टार प्रभास (Superstar Prabhas) दिल्ली में आयोजित होने वाली लव कुश रामलीला में रावण का दहन करने पहुंच चुके हैं. अभिनेता के साथ रावण दहन के दौरान महामहिम द्रौपदी मुर्मू और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी नजर आने वाले है.
Dussehra: दशहरे के शुभ अवसर पर साउथ के सुपरस्टार प्रभास (Superstar Prabhas) दिल्ली में आयोजित होने वाली लव कुश रामलीला में रावण का दहन करने पहुंच चुके हैं. बता दें कि इन दिनों ओम राउत के निर्देशन में बनने वाली फिल्म आदिपुरूष को लेकर सुर्खियों में हैं. इस फिल्म में भगवान श्रीराम की भूमिका निभा रहे है.
जानकारी के मुताबिक, अभिनेता के साथ रावण दहन के दौरान महामहिम द्रौपदी मुर्मू और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी नजर आने वाले है. दिल्ली में रावण दहन की भव्य तैयारियां के बाद दिल्ली की सबसे आकर्षक लव कुश रामलीला में इस बार 3 नहीं बल्कि 9 पुतलों का दहन किया जाएगा. यहीं, नहीं लव कुश रामलीला आयोजकों ने संकेत दिए हैं कि अगले साल भगवान राम के अवतार में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंच पर नजर आ सकते हैं. कमिटी के प्रधान अर्जुन कुमार ने मीडिया से बातचीत के दौरा ये जानकारी दी है.
राजधानी दिल्ली में आज दशहरे का उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया. पूर्वी दिल्ली के श्री रामलीला कमेटी इंद्रप्रस्थ में ट्विन टावर का चौथा पुतला सांस्कृतिक रावण के रूप में लगाया गया है जिसे देखने के लिए लोगों में भारी उत्साह है और रामलीला गेट के बाहर लंबी लाइन लगी हुई है. रामलीला कमेटी ने चौथे सांस्कृतिक रावण के पुतले के लिए लोगों से राय मांगी थी जिसमें 50% से ज्यादा लोगों ने ट्विन टावर के पुतले को जलाने के लिए सहमति जताई थी.
दशहरे पर्व पर उमड़ा जनसैलाब
कोविड-19 के बाद पानीपत में दशहरे की धूम में लाखो की संख्या में लोग रावण दहन देखने पहुंचे. 5:59 पर रावण मेघनाद और कुंभकर्ण पर अग्निबाणों से वर्षा की गई, जिसके बाद रावण मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले जले. इसी के साथ पानीपत के विधायक प्रमोद विज ने दशहरे की शुभकामनाएं देते कहा कि प्रदेश के सभी जिलों से अलग पानीपत में दशहरा मनाया जाता है. आज दशहरे पर्व का भव्य आयोजन हुआ है. लाखों की तादाद में लोग रावण दहन देखने आए हैं.
उन्होंने कहा कि सड़कों पर पैर रखने की जगह भी नहीं है. हनुमान स्वरूप लोगों का विशेष आकर्षण रहे हैं. आने वाले सालों में दशहरा पर्व और भी बेहतर होता जाएगा. कॉविड काल के दौरान दशहरे को सही तरीके से नहीं मनाया जा रहा था लेकिन इस बार लोगों में उत्साह पहले से बहुत अधिक है. पानीपत जिले में पांचो दशहरे स्थल पर गया जहां पर लोग हनुमान स्वरूप व भगवान राम के दर्शन लेकर आशीर्वाद ले रहे हैं.
धू-धू कर जले रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले
अब आपको हरियाणा में सोनीपत की ओर लिए चलते हैं जहां पर रामलीला का समापन होने के बाद राम का स्वरूप बने कलाकारों ने हनुमान स्वरूप के साथ जब पुतलों में आग लगाई गई, तो पलभर में ही रावण कुंभकरण मेघनाथ के पुतले धू-धू कर जल उठे, रावण की ऊंचाई जहां 52 फुट के थे वही कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले 50 - 50 फुट के बनाए गए थे जिनको बनाने में 1 महीने से भी अधिक का समय लगा. 10 दिनों तक चली रामलीला में हजारों दर्शक पहुंचे और दशहरा मेला में इस दौरान महिला पुरुष और बच्चों ने जमकर आनंद लिया.
अंबाला में जलाया गया 125 फिट का रावण
अंबाला के बराड़ा में आज 125 फिट के रावण के पुतले का दहन रिमोट कंट्रोल से किया गया. रावण के पुतले में इको फ्रेंडली पटाखों का इस्तेमाल किया गया था. आयोजकों ने रावण के पुतले को बनाने में 10 लाख रुपया खर्च किया गया था. रावण के पुतले की ऊंचाई इससे पहले 221 फिट रहती थी लेकिन मैदान की कमी की वजह से 125 फिट का रावण का पुतला बनाया गया था. इसी वजह से मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतले नहीं बनाये गए थे.
पंचकूला में बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व दशहरे पर 70 फुट के रावण का किया गया दहन।
पंचकूला में बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व दशहरे पर 70 फुट के रावण का दहन किया गया. हजारों की संख्या में लोग सेक्टर 5 स्थित परेड ग्राउंड में रावण दहन देखने पहुंचे. इस कार्यक्रम में वरिष्ठ संघ प्रचारक प्रेम गोयल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की.
लोगों ने भी व्यवस्था बिगाड़ने का काम किया और रावण की अधजली टांगे उठा कर ले भागे
देशभर में जहां 2 साल बाद त्योहारों की धूम देखने को मिली तो वहीं फतेहाबाद में मनाए जाने वाले दशहरा पर्व में रंग में भंग डल गया. क्योंकि रावण का पुतला काफी जद्दोजहद के बाद भी खड़ा नहीं हो सका और रावण के पुतले को और लेटाकर आखिर में दहन किया गया. लोगों ने भी व्यवस्था बिगाड़ने का काम किया और रावण की अधजली टांगे उठा कर भागने लगे. इस दौरान पुलिस ने लाठियां भी दिखाई और व्यवस्था को काबू में रखा. लोग फिर भी नहीं माने और दशहरा ग्राउंड से बाहर खड़े लोग रावण दहन होते ही अंदर की तरफ भागना शुरु कर दिया.
कैथल में दशहरा उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया
कैथल में दशहरा उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया. निजी समिति द्वारा कैथल के रामलीला ग्राउंड में 61 फुट का रावण का पुतला लगाया गया था. रामलीला ग्राउंड में रामलीला का आयोजन हुआ और कैथल की परंपरा के अनुसार हनुमान जी के स्वरूपों में रावण के पुतले को गदा प्रहार किया और फिर रावण दहन किया गया.
पटाखे नहीं पराली से रावण जलाने की तैयारी
दशहरा महोत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में है और जगह-जगह रावण को जलाने मैं श्रद्धालु जुटे हुए हैं, लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती इस बार रावण को बिना पटाखे जलाने की है और पटाखे को लेकर पुलिस भी काफी सख्ती दिखा रही है. जहां एक तरफ कुछ इलाकों में पुलिस वाले उन्हें रावण के पुतलों से पटाखे और बम निकलवाती नजर आई.
वहीं, दूसरी तरफ टैगोर गार्डन इलाके में स्थानीय युवकों द्वारा बनाए गए 50 फुट के रावण को जलाने के लिए पटाखे पर प्रतिबंध की वजह से पराली, पेपर और भूसे का इस्तेमाल किया गया रावण के पुतले को खड़ा करने से पहले उसमें बम पटाखे की जगह पराली और पेपर लगाए गए, ताकि रावण दहन आसानी से हो सके.