Kaithal News: इंग्लैंड का ट्रैक्टर, रूस की बेलर मशीन जानें कैसे दिलाएगी दिल्ली को प्रदूषण से निजात
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Kaithal News: इंग्लैंड का ट्रैक्टर, रूस की बेलर मशीन जानें कैसे दिलाएगी दिल्ली को प्रदूषण से निजात

Kaithal News:  कैथल के किसान बीरो सागवाल इंग्लैंड से 1 करोड़ 10 लाख रुपये का ट्रैक्टर और रूस से 1 करोड़ 7 लाख रुपये की बेलर मशीन भी मंगवाई गई है, जिससे पराली प्रबंधन में तेजी आएगी. 

Kaithal News: इंग्लैंड का ट्रैक्टर, रूस की बेलर मशीन जानें कैसे दिलाएगी दिल्ली को प्रदूषण से निजात

Kaithal News: देशभर में हरियाणा और पंजाब के किसान सबसे ज्यादा संपन्न माने जाते हैं, यही नहीं खेती में नई तकनीक का प्रयोग करने में भी हरियाणा के किसान सबसे ज्यादा आगे हैं. ठंड के मौसम की शुरुआत के साथ ही पराली का मुद्दा काफी चर्चा में रहता है, किसानों के पराली जलाने की वजह से राजधानी दिल्ली सहित आस-पास के राज्यों में प्रदूषण बढ़ जाता है. अब इस समस्या का समाधान निकालने के लिए कैथल के कौल गांव में एक किसान ने इंग्लैंड से ट्रैक्टर मंगाया है. 

बदलते वक्त के साथ जब लोग रोजगार की तलाश में विदेश जा रहे हैं. हरियाणा के किसान ने विदेशी ट्रैक्टर लाकर न सिर्फ लोगों के सामने मिशाल पेश की है, बल्कि हरियाणा की एक बड़ी समस्या का समाधान भी निकाल लिया है. कैथल के किसान बीरो सागवाल इंग्लैंड से 1 करोड़ 10 लाख रुपये का ट्रैक्टर लेकर आए हैं, इससे पराली प्रबंधन के काम मे तेजी आएगी. इसके साथ ही रूस से 1 करोड़ 7 लाख रुपये की बेलर मशीन भी मंगवाई गई है. इग्लैंड के आया ट्रैक्टर AC से चलता है और इसमें सनरूफ भी है, जो महंगी गाड़ियों में होता है. ट्रैक्टर और बेलर को कंट्रोल करने के लिए केबिन में ही LED डिस्प्ले लगाई है. 

पीढ़ी दर पीढ़ी खेती बाड़ी करने वाले बीरो सागवाल का परिवार छोटे किसानों में गिना जाता था, लेकिन आज उन्होंने बड़ा कारनामा करके दिखाया है. उनकी इस उपलब्धि को देखने के लिए दूर-दूर से लोग उनके घर आ रहे हैं. दरअसल, किसान बीरो ने खेत में पराली को जलाने की बजाय उसका सदुपयोग करके पैसा कमाने की ठानी थी. इसके लिए उन्होंने जानकारी जुटाना शुरू कर दी. भारत में जो बेलर मशीन मिल रही थी वह काफी छोटी थी, जिसमें काम देर में पूरा होता था. लेकिन बुलंद हौसले और मजबूत इरादों के बल पर ये विदेशी ट्रैक्टर लेकर आए जो मिनटों में कई एकड़ के खेत की पराली को खत्म कर देता है. 

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यह विदेशी मशीन एक एकड़ फानों की गांठ को 5 मिनट में बना देती है, वहीं पूरे दिन में 100 एकड़ में आसानी से काम कर लेती है. बीरो सागवाल ने बताया कि यह पूरा प्रोजेक्ट 3 करोड़ रुपए का है, जिसमें तीन-चार मशीन हैं जो अलग-अलग काम करती हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरा सपना है कि इसी तरह खेती बाड़ी के कार्यों को हाईटेक बना करके देश में रोजगार के अवसर पैदा किए जाएं. इससे किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी. 

Input- Vipin Sharma