हालांकि इस हादसे में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ओर से करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, ताकि जगह-जगह जलभराव न हो, लेकिन ज़मीन सच्चाई कुछ और बयां करती है.
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ग्रेटर नोएडा: दिल्ली-NCR में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश का दौर जारी है. इस बीच ग्रेटर नोएडा में बारिश के बाद एक बड़ा हादसा हुआ. ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर-1 में बारिश के बाद सड़क धंस गई. गनीमत रही कि हादसे में किसी भी तरह की जनहानि या किसी व्यक्ति के घायल होने की खबर नहीं है.
जानकारी के अनुसार, ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना क्षेत्र में यथार्थ हॉस्पिटल के पास निर्माणाधीन इमारत के नज़दीक ज़मीन धंस गई. माना जा रहा है कि एक्सप्रेस एस्ट्रा की बिल्डिंग के लिए की गई गहरी खुदाई और फिर लगातार बारिश के कारण मिट्टी का कटाव हुआ और ज़मीन धंस गई. सड़क का एक बड़ा हिस्सा टूटकर क्षतिग्रस्त हो गया. सड़क धंसने के बाद यहां लगे होर्डिंग्स और पोस्टर भी ज़मीन के साथ धंस गए. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामले की जानकारी पुलिस प्रशासन को दे दी गई है.
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अक्सर ऐसी घटनाएं पहाड़ी इलाकों में देखने को मिलती हैं, लेकिन दिल्ली से सटे विकसित इलाके में ज़मीन धंसने से आसपास के लोग ज़्यादा सहम गए हैं. बताया जा रहा है कि हादसा देर रात तकरीबन 2 बजे हुआ. यही वजह थी कि इस दौरान कोई भी हादसे के दौरान घटनास्थल पर मौजूद नहीं था, लेकिन स्थानीय लोग सहम गए हैं क्योंकि यहां कई रिहायशी सोसायटी और हज़ारों फ्लैट्स हैं. लोगों को डर है कि बारिश अगर जारी रही, तो कहीं इस तरह का कोई हादसा इलाके में दोबारा न हो.
मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार और मंगलवार को भी इसी तरह बारिश होने का अनुमान है. उम्मीद है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ओर से जल्द ही इस मामले पर जांच की जाएगी और सुनिश्चित किया जाएगा कि यहां कोई हादसा दोबारा न हो. हालांकि पानी निकासी के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण टेंडर निकालता है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ओर से करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, ताकि जगह-जगह जलभराव न हो, लेकिन ज़मीन सच्चाई कुछ और बयां करती है.
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इधर, ग्रेटर नोएडा में बारिश के बाद सड़कों पर पानी भरने की समस्या से लोग जूझ रहे हैं. गौतमबुद्ध नगर के जिला अधिकारी के कार्यालय पर भी पानी भर चुका है. कलेक्ट्रोरेट में मौजूद सरकारी गाड़ियां भी पानी में डूब गई हैं. गौतमबुद्ध नगर के प्रशासनिक मुख्यालय से लोग अपनी हर समस्या का समाधान चाहते हैं, लेकिन प्रशासनिक कार्यालय के ही आधिकारी जलभराव की समस्या से परेशान हैं.
पिछले दिनों बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे भी धंस गया था. जिसे ठीक कर दिया गया था और रोड बनाने वाली कंपनी से जवाब भी तलब किया गया था. वहीं पिछले दो-तीन से जारी रिमझिम बारिश से एक्सप्रेसवे में करीब 15 गहर गड्ढा हो गया. इस पर अधिकारियों ने कहा कि यह कोई हादसा नहीं था बल्कि केबल डालने के लिए गड्ढा किया गया था.