Anil dujana Encounter: बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि आज यूपी एसटीएफ ने जिस तरह कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना का एनकाउंटर किया है. यह पश्चिमी यूपी, राजस्थान, दिल्ली समेत कई स्थानों के उन लोगों के लिए सुकूनभरी खबर है, जो गैंगस्टर के आतंक से डरे हुए थे. ऐसे अपराधियों का यही हश्र होना चाहिए.
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Anil Dujana Encounter: यूपी की योगी सरकार में माफिया और गैंगस्टरों के दिन बुरे चल रहे हैं. प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद ग्रेटर नोएडा के कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. यूपी एसटीएफ ने मेरठ में अनिल दुजाना को एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया.
बादलपुर क्षेत्र के दुजाना गांव के रहने वाले गैंगस्टर अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना वेस्ट यूपी में खौफ का पर्याय बना हुआ था. उस पर हत्या, लूट, डकैती समेत करीब 64 केस दर्ज थे. अनिल दुजाना पिछले दिनों जेल से बाहर आया था. यूपी पुलिस को ऐसी सूचना मिली थी कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर कोई बड़ी वारदात करने वाला है. इसके बाद से एसटीएफ और वेस्ट यूपी की पुलिस उसकी तलाश मे जुटी हुई थी.
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इस बीच उसकी लोकेशन मेरठ में पता चली. इसके बाद यूपी एसटीएफ की टीम ने अनिल दुजाना को भोला झाल स्थित गंगनहर के पास घेर लिया. खुद को घिरता देख अनिल दुजाना ने फायरिंग शुरू कर दी, जवाबी कार्रवाई में गैंगस्टर मारा गया. अनिल दुजाना और पश्चिम यूपी के एक और गैंगस्टर सुंदर भाटी की दुश्मनी जगजाहिर है. एक बाद अनिल दुजाना ने एके 47 से हमला किया था, लेकिन सुंदर भाटी बच गया था. सुंदर अभी जेल में बंद है.
बीजेपी प्रवक्ता ने राजनीतिक दलों से पूछा सवाल
अनिल दुजाना के एनकाउंटर के बाद बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि आज यूपी एसटीएफ ने जिस तरह कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना का एनकाउंटर किया है. यह पश्चिमी यूपी, राजस्थान, दिल्ली समेत कई स्थानों के उन लोगों के लिए सुकूनभरी खबर है, जो गैंगस्टर के आतंक से डरे हुए थे.
ऐसे अपराधियों का यही हश्र होना चाहिए. इस दौरान उन्होंने उन राजनीतिक दलों से भी सवाल किया जो बदमाशों के मारे जाने को उनकी जाति और धर्म से जोड़ते हैं. उन्होंने पूछा, क्या अब वो दल अनिल दुजाना के एनकाउंटर पर भी सवाल खड़ा करेंगे. दरअसल प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके छोटे भाई की सरेआम हत्या के बाद कई राजनीतिक दलों ने इसे हिंदू-मुस्लिम रंग देने की कोशिश की थी. कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि प्रदेश में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है और माफिया को मिट्टी में मिला दिया जाएगा.