गाजियाबाद पुलिस ने जिले में खाद बनाने वाली एक नकली कारखाना पर छापेमारी की है. पुलिस के मुताबिक नमक और लाल मिट्टी मिलाकर खाद बनाया जाता था.
Trending Photos
गाजियाबाद:आज तक आपने तरह-तरह के माफियाओं के बारे में सुना होगा.भू माफिया, खनन माफिया और शराब माफियाओं की खबर हम रोज देखते,सुनते या पढ़ते हैं. आज हम आपको बताएंगे खाद माफिया के बारे में. जी हां, खाद माफिया, जिसका फंडाफोर किया है गाजियाबाद पुलिस ने. गाजियाबाद पुलिस को हाल ही में कुछ ऐसा हाथ लगा है, जिसने पुलिस को ये मानने पर मजबूर कर दिया कि हां, जिले में खाद माफिया सक्रिय हैं.
लोनी में चलाया जा रहा था ये कारखाना
गाजियाबाद के लोनी राजपूर गांव में नकली कृषि खाद की फैक्ट्री का खुलासा हुआ है. इस फैक्ट्री से पिछले 3 महीने से नकली खाद का उत्पादन हो रहा था.सूचना मिलने पर पुलिस की टीम के साथ कृषि विभाग की टीम ने छापा मारा. छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में नकली कृषि खाद बरामद हुई है. इन खादों में भारी मात्रा मे यूरिया, एमओपी (मयूरेट ऑफ पोटाश) फर्टेरा (कीटनाशक दवाई ), डीएपी सहित खेती मे काम आने वाली कीटनाशक दवाइयां भी बरामद की गई हैं.
ये भी पढ़ेंः जाममुक्त होगी दिल्ली, केजरीवाल सरकार करने जा रही Elevated Corridor का निर्माण
नमक और लाल मिट्टी से बनाया जाता था खाद
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस टीम जिले में अवैध फैक्ट्रियों पर छापेमारी का अभियान चलाया जा रहा था. उसी दौरान नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्री की जानकारी पुलिस को मिली. ये खाद लाल मिट्टी और नमक मिलाकर बनाया जाता था. नकली खाद बनाने का यह गोरखधंधा जिले में खाद की कमी होने के कारण फल-फूल रहा था. नकली कृषि खाद का बनाने का ये कारखाना पुलिस प्रशासन का होश उड़ा दिया है. पुलिस ने कहा है कि ऐसी छापेमारी अब चलती रहेंगी.