पीयूष गौर/नई दिल्लीः गाजियाबाद से बीते रविवार को 30 लाख रुपये की फिरौती के लिए किडनैप की गई 12 साल की बच्ची का शव बुलंदशहर से मिला. गाजियाबाद के नंदग्राम थाना क्षेत्र की नई बस्ती कॉलोनी में रहने वाली खुशी को 30 लाख की फिरौती के लिए रविवार को किडनैप करा गया था. अब बताया जा रहा है कि उसी रात किडनैपर्स ने उसकी हत्या करके बुलंदशहर देहात कोतवाली के सराय छबीला के जंगलों में फेंक दिया था.


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बता दें कि खुशी को बोरे में बंद करके फेंका गया था. 3 दिन तक गाजियाबाद पुलिस इस मामले में हाथ पर हाथ धरे बैठी रही, जिसके कारण ना तो बच्ची की सही सलामत बरामद भी कर पाई और ना ही आरोपियों को पकड़ पाई. मंगलवार यानी की आज गाजियाबाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम के चलते भी गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले को छुपाने का भरकर प्रयास किया. गाजियाबाद पुलिस इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है.


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गाजियाबाद में खुशी अपने परिवार के साथ रहती थी. बताया जा रहा है कि उसके पड़ोसी बबलू ने 30 लाख की फिरौती के लिए प्लान बनाया था. रविवार को बबलू मेला दिखाने के नाम से खुशी को अपने साथ ले गया और फिर हत्या करके शव को बुलंदशहर में फेंक दिया. परिजन लगातार पुलिस थाने के चक्कर काटते रहे, लेकिन पुलिस उनको टहलती रही अब भी बच्ची का शव बुलंदशहर में बरामद हुआ है जिससे साफ जाहिर होता है कि गाजियाबाद पुलिस की बच्ची हो या महिलाओं के प्रति कैसी संवेदनशीलता है.


यह बच्ची अपने नाना-नानी के साथ गाजियाबाद में रहती थी, जबकि इसके माता-पिता हरियाणा में रहते थे. पिता के मुताबिक, बीते रविवार को उसके पास फोन आना शुरू हुआ था. वही बूढ़ी नानी खाट पर बैठकर आज भी इंतजार कर रही है कि उसकी नातिन सही सलामत वापस आ जाएगी.