मां की सांस से गर्भ तक पहुंच रहा प्रदूषण, जानें कैसे अजन्मे बच्चे को भी पहुंचा रहा नुकसान
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मां की सांस से गर्भ तक पहुंच रहा प्रदूषण, जानें कैसे अजन्मे बच्चे को भी पहुंचा रहा नुकसान

Ghaziabad News: बढ़ते प्रदूषण की वजह से गाजियाबाद के जिला अस्पताल में केवल नवंबर के महीने में  82 ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें महिलाओं को समय पूर्व प्रसव की पीड़ा को झेलना पड़ा है. महीने के अंत तक ये आंकड़ा और बढ़ सकता है.

मां की सांस से गर्भ तक पहुंच रहा प्रदूषण, जानें कैसे अजन्मे बच्चे को भी पहुंचा रहा नुकसान

Ghaziabad News: ठंड की दस्तक के साथ ही Delhi-NCR में प्रदूषण में भी तेजी से इजाफा हुआ है, कई इलाकों में लगातार AQI गंभीर श्रेणी में बना हुआ है. ये प्रदूषण, बच्चों, बुजुर्गों के साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए भी काफी खतरनाक साबित होता नजर आ रहा है. गाजियाबाद में प्रदूषण के कारण महिलाएं समय पूर्व प्रसव की शिकार बन रही है. गाजियाबाद के जिला अस्पताल में केवल नवंबर के महीने में  82 ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें महिलाओं को समय पूर्व प्रसव की पीड़ा को झेलना पड़ा है. ये आकड़े नवंबर के महज शुरुआती 18 दिनों के हैं, महीने के अंत तक ये और ज्यादा हो सकता है. 

गाजियाबाद की महिला जिला चिकित्सालय में काम करने वाली सीनियर गायनो कंसलटेंट सुषमा भारती ने बताया कि नवंबर के महीने में 600 से ज्यादा डिलीवरी के मामले जिला अस्पताल में आए थे, जिनमें से 82 समय पूर्व प्रसव के थे. समय से पूर्व प्रसव का प्रमुख कारण पैसिव स्मोकिंग और प्रदूषण माना जाता है. जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में AQI लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में महिलाएं कई-कई सिगरेट के बराबर डस्ट पार्टिकल सांस के साथ अंदर ले रही हैं. यही पार्टिकल प्लेसेंटा में जाकर रक्त वाहिनियों को प्रभावित करते हैं, जिसके कारण प्लेसेंटा समय से पूर्व परिपक्व हो जाता है. ऐसे में नवजात बाहर निकलने की कोशिश करता है, जिससे वह खुले में ज्यादा अच्छे से ऑक्सीजन ले सके. यही वजह है कि समय पूर्व प्रसव के मामले सामने आ रहे हैं. इससे बचाव के लिए महिलाओं को स्वस्थ भोजन, आराम और मास्क लगाकर बाहर निकलना चाहिए.साथ ही भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से परहेज करना चाहिए.

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क्या कहती हैं रिसर्च
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा 2019 में की गई रिसर्च के अनुसार 'एयर पॉल्यूशन में तरह-तरह की हानिकारक गैस जैसे की सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड औए ओजोन पाई जाती हैं, जो प्रेगनेंसी के दौरान महिला तथा बच्चे दोनों की सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकते हैं.'

जब बच्चा मां की कोख में दम तोड़ देता है उसे मृत्युजन्म और स्टिलबर्थ कहा जाता है. प्रदूषण की वजह से समय पूर्व प्रसव (Preterm delivery) साथ ही बच्चे स्टिलबर्थ जैसी समस्या हो सकती हैं. इसके साथ ही ज्यादा समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने वाली महिलाएं कम वजन वाले और कमजोर बच्चों को जन्म देती हैं. 

Input- Piyush Gaur

 

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