गाजीपुर बॉर्डर में किसानों का हवन, 4 साल पहले इसी जगह पर बरसाई गई थीं लाठियां
2 अक्टूबर 2018 को किसान हरिद्वार से पदयात्रा करते हुए मेरठ एक्सप्रेस-वे स्थित गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे थे, तब किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. तबसे हर साल इस जगह पर किसानों द्वारा हवन किया जाता है.
गाजियाबाद: मेरठ एक्सप्रेस-वे स्थित गाजीपुर बॉर्डर (किसान क्रांति गेट) पर किसानों द्वारा हवन शुरू कर दिया गया है. भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर यहां काफी संख्या में किसान एकत्रित हुए हैं. 4 साल पहले 2 अक्तूबर 2018 में हरिद्वार से दिल्ली जा रहे किसानों पर इसी जगह पर लाठीचार्ज किया गया था, तबसे हर साल किसान 2 अक्टूबर को इस जगह पर हवन करते हैं. किसानों की भीड़ को देखते हुए यहां काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.
क्या है पूरा मामला
2 अक्टूबर 2018 को किसान हरिद्वार से पदयात्रा करते हुए मेरठ एक्सप्रेस-वे स्थित गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे थे, किसान यहां से राजघाट स्थित गांधी समाधी जाना चाहते थे लेकिन इसके पहले पुलिस ने उन्हें रोक दिया. पुलिस के द्वारा प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठाचार्ज किया गया और आंसू गैस के गोले भी बरसाए गए. इसमें कई किसान चोटिल भी हुए थे, तब से हर साल किसान 2 अक्टूबर के इस जगह पर हवन करते हैं.
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गाजीपुर बॉर्डर को दिया किसान क्रांति गेट नाम
किसानों पर लाठी चार्ज के बाद भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत और प्रवक्ता राकेश टिकैत ने इस जगह को 'किसान क्रांति गेट' नाम दिया. यहां पर आज किसान एकत्रित होकर हवन कर रहे हैं, इसके बाद आगे के आंदोलन की रुपरेखा पर भी चर्चा हो सकती है.
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भारी तादाद में पुलिस बल तैनात
किसानों की भीड़ को देखते हुए गाजीपुर बॉर्डर में काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. यहां पर SP, CO, ADM सहित कई आला-अधिकारी भी मौजूद हैं.
पुलिस-प्रशासन द्वारा बैरीकेड्स लगाकर वाहनों को दूसरे कट से निकाला जा रहा है, जिससे आवागमन बाधित नहीं हो.