नई दिल्ली: हरियाणा में गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया जा रहा है,जिससे किसान नाराज हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के आह्वान पर आज किसान हरियाणा के शुगर मिलों पर सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक प्रदर्शन करेंगे. BKU का कहना है कि पंजाब सरकार (Punjab Government) ने गन्ने का रेट बढ़ाया है, लेकिन हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने इसके लिए कोई कदम नहीं उठाया. आज हरियाणा के किसान शुगर मिलों पर प्रदर्शन करके प्रबंधक और निदेशक को ज्ञापन सौंपेंगे.


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शुगर मिलों पर होगा प्रदर्शन
BKU के  अध्‍यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी का कहना है कि गन्ना उत्पादक किसानों की गन्ने के रेटों को बढ़ाने की मांग पिछले कई सालों से चली आ रही है. बता दें कि भारतीय किसान यूनियन ने गन्ने के दाम 450 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग हरियाणा सरकार से की थी. साथ ही BKU अध्यक्ष चढूनी ने सरकार को जनवरी में बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है.


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सोनीपत में गन्ना किसानों ने सौंपा ज्ञापन 
हरियाणा में गन्ना उत्पादक किसानों द्वारा एकजुटता से अब गन्ने का भाव बढ़ाए की मांग जोर पकड़ती जा रही है. सोनीपत सहकारी चीनी मिल में किसानों ने एकत्रित होकर सरकार से कहा है कि हरियाणा एक ऐसा राज्य जिसमें किसानों को सबसे अधिक गन्ने का भाव दिया जाता था, लेकिन अब पंजाब में अधिक भाव मिल रहा है. अधिकतर किसानों ने सरकार को ज्ञापन भी भेज कर गुहार लगाई है कि ₹450 प्रति क्विंटल के हिसाब से भाव मिलना चाहिए क्योंकि गन्ने को उगाने के दौरान भी अब खर्चे भी बढ़ चुके हैं और किसान स्वयं चीनी मिल तक अपने ही वाहन में यहां तक गन्ना भी पहुंचाता है. यह खर्चा भी अलग से होता है सरकार को किसानों की मांग को तुरंत पूर्ण करना चाहिए.


 


हरियाणा में 362 और पंजाब में 380 रुपये गन्ने का रेट


गन्ने रे रेट न बढ़ाने को लेकर BKU के जिला प्रधान मलकीत सिंह ने आज शुगर मिल पर ज्यादा से ज्यादा किसानों को पहुंचने की अपील की है. उन्होंने कहा कि गन्ने का रेट हरि याणा में बहुत ही कम है, जबकि हरियाणा में गन्ने का भाव पूरे देश में सबसे ज्यादा होता था. 


बता दें कि पंजाब में गन्ना का रेट 380 रुपये प्रति क्विंटल है वहीं हरियाणा में गन्ने का भाव सिर्फ 362 रुपये प्रित क्विंटल है. इतना ही नहीं मशीन से कटाए गन्ने पर लगने वाली काट को सरकार ने हरियाणा में बढ़ाकर 7 फीसदी कर दी है. जबकि पंजाब में यह सिर्फ 3% है और महाराष्ट्र में गन्ने की काट 4.5% है.