Haryana: बच्चों ने लगाया चाइल्ड केयर सोसायटी पर मारपीट करने और जबरदस्ती Nonveg खाना खिलाने का आरोप
चाइल्ड केयर सोसायटी ने बच्चों को केरल में पढ़ाई करने के लिए भेजा था, जिस पर रेनू भाटिया ने कहा कि केरल में ऐसी कौन सी पढ़ाई है जो सिर्फ वहां पर होती है और हरियाणा में नहीं होती. जिसका जवाब देते हुए संस्था के कर्मी ने बताया कि वहां पर उन्हें बच्ची को पढ़ाई कराने वाला प्रायोजक मिल गया था.
Haryana: मिशनरी सेंट जोसेफ चाइल्ड केयर सोसाइटी पर यहां पर रहने वाले बच्चों ने चाइल्ड केयर सोसायटी पर मारपीट करने और जबरदस्ती मांसाहार खाना खिलाने के लिए प्रताड़ित करने व बच्चियों को सोते समय फोटो खींचने का आरोप सामने आया. जिसकी जांच के लिए आज राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेडियो भाटिया यहां पहुंची थी. शिकायत मिलने के बाद चांदपुर चौकी की पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस ने आरोपी के मोबाइल को जांच के लिए गुरुग्राम फॉरेंसिक लैब भी भेज दिया है.
रेनू भाटिया पहुंची चांदपुर स्थित मिशनरी सेंट जोसेफ चाइल्ड केयर सोसायटी
राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया तिगांव विधानसभा के गांव चांदपुर स्थित मिशनरी सेंट जोसेफ चाइल्ड केयर सोसायटी पहुंची. यहां पर उन्होंने यहां रहने वाले बच्चों से बातचीत की साथ ही समिति के संबंधित सभी दस्तावेज की जांच की. वहीं निरीक्षण के बाद रेनू भाटिया ने बताया कि यहां पर हालत चिंताजनक है. एक बच्ची ने उन्हें बताया है कि उनकी बहन को 18 वर्ष का होने पर केरल में पढ़ाई करने के लिए बिना किसी से बातचीत किए भेज दिया गया.
बिना परमिशन बच्चों को भेज दिया गया केरल
मौके पर सोसाइटी से संबंधित अधिकारी से सवाल करते हुए महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने सवाल किया कि किसकी परमिशन से बच्ची को केरल में पढ़ाई करने के लिए भेजा गया है. केरल में ऐसी कौन सी पढ़ाई है जो सिर्फ वहां पर होती है और हरियाणा में नहीं होती. जिसका जवाब देते हुए संस्था के कर्मी ने बताया कि वहां पर उन्हें बच्ची को पढ़ाई कराने वाला प्रायोजक मिल गया था. इसलिए उस बच्ची को वहां भेजा गया. तब महिला आयोग की चेयरपर्सन ने पूछा कि ऐसे आयोजन का नंबर उन्हें भी बताएं ताकि वह अन्य व्यक्तियों को वहां पर पढ़ाई करने के लिए भेज सके.
अब नहीं भेजा जाएगा बच्चों को केरल
महिला आयोग चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने बताया कि यहां पर चार बच्चियां ऐसी थी उन्हें कुछ ही महीने बाद आगे पढ़ाई के लिए केरल भेजने की तैयारी थी. लेकिन इन बच्चियों को अब केरल नहीं भेजने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही रेनू भाटिया ने बताया कि जब इन चार बच्चियों की पढ़ाई कॉलेज में शुरू होगी तो महिला आयोग किसी सरकारी कॉलेज में इनका दाखिला कराएगा. महिला आयोग चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने बताया कि जब उन्होंने छात्राओं से पढ़ाई के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वह कोई दूसरी पढ़ाई नहीं करना चाहतीं. वे सिर्फ नर्स का कोर्स करना चाहती हैं और कोर्स भी वह पंजाबी या केरल से करना चाहती है हरियाणा से नहीं.