नशे के दलदल में फंसते जा रहे युवा, अंकुश पाने के लिए फतेहाबाद में शुरू हुआ नशा मुक्ति केंद्र
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नशे के दलदल में फंसते जा रहे युवा, अंकुश पाने के लिए फतेहाबाद में शुरू हुआ नशा मुक्ति केंद्र

हरियाणा के फतेहाबाद जिले के युवा नशे के दलदल में फंसते जा रहे हैं. इस पर अंकुश लगाकर जिला प्रशासन द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. साथ में इसकी रोकथाम के लिए फतेहाबाद के सिविल अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र भी शुरू किया गया है.

 

नशे के दलदल में फंसते जा रहे युवा, अंकुश पाने के लिए फतेहाबाद में शुरू हुआ नशा मुक्ति केंद्र

नई दिल्ली: हरियाणा के फतेहाबाद जिले के युवा नशे के दलदल में फंसते जा रहे हैं. इस पर अंकुश लगाकर जिला प्रशासन द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस की मदद से नशा तस्करों को पकड़ा जा रहा है, लेकिन इसका असर कम नहीं हो रहा है. नशा तस्कर चोर रास्तों से जिले में नशे की सप्लाई कर रहे हैं. जब तक पुलिस मुख्य नशा तस्करों को काबू नहीं कर लेती तब तक इस नशे पर रोक नहीं लग पाएगी.

पहले युवा शौक-शौक में नशे का सेवन करते हैं और बाद में यही नशा उसके लिए मौत का कारण बन सकता है. जब वयक्ति को नशा नहीं होता तो वह ओवरडोज लेता है जिससे उसकी मौत हो जाती है. सरकारी रिकार्ड में ऐसे मरने वाले युवाओं का नाम नहीं आता, लेकिन हर किसी को पता होता है कि नशे से ही उसकी मौत होती है. सरकारी आंकड़ों का जिक्र करें तो पिछले पांच सालों में 35 लोगों की मौत हुई है. जिसमें 20 ऐसे युवा हैं, जिनकी उम्र 20 से 35 साल के बीच की है. ऐसे में माना जा रहा है कि सबसे अधिक युवा ही नशे की चपेट में आ रहे हैं.

इसी पर अंकुश पाने के लिए फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र खोला गया है. जब नशा न मिलने के कारण युवा तड़पते हैं तो नशा छोडने के लिए आते हैं कुछ दिन इलाज चलता है, लेकिन फिर से नशा करना शुरू कर देते है. नशा मुक्ति केंद्र में तैनात कर्मचारी फीडबैक भी लेते है. जिससे पता चलता है कि इलाज लेने के बावजूद 10 प्रतिशत लोग फिर से नशा करना शुरू कर देते है. पिछले कुछ दिनों से ऐसे दंपती भी इलाज करवाने के लिए आ रहे जो दोनों नशे के आदी हैं. इनमें से कुछ तो AIDS पीडित भी मिले हैं. AIDS फैलने का एक कारणा है, एक ही सुई का प्रयोग नशा लेने के लिए बार-बार प्रयोग करना है.

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फतेहाबाद नशा मुक्ति केंद्र के आंकड़ें
-मई 2018 शुरू हुआ नशा मुक्ति केंद्र 
-10 बेड का अस्पताल
-अब तक 1250 मरीज हुए भर्ती  
-9 युवतियां हुईं भर्ती 
5 सालों में नशा लेने वालों में से 34 की अब तक हुई मौत 

नशा मुक्ति केंद्र में नशेडियों को दवाइयां दी जाती है ताकि वो नशा छोड़ सके. कुछ दंपती भी आए है जो दोनों नशा करते हैं. हमारी टीम द्वारा फीडबैक भी लिया जाता है. पिछले कुछ दिनों से हेरोइन का नशा लेने के अधिक मामले सामने आ रहे है.

फतेहाबाद के नशा मुक्ति केंद्र के इंचार्ज डॉ. गिरीश कुमार का कहना है कि इस साल में 223 केस NDPS के रजिस्टर हुए, जिसमें से 428 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस सभी में से 5 विदेशी नागरिक है, जिन्हें गिरफ्तार किया गया था. नशा तस्करी के मामले में सोर्स तक पहुंचने का प्रयास किया जाता है, जिनमें विदेशी नागरिक मिले. 223 में से 17 केस व्यवसायिक मात्रा के थे. 480 किलो चूरापोस्त पकड़ा गया, 316 किलो गांजा, 5 किलो हेरोइन बरादम की गई है. नशा तस्करों पर लगातार नकेल कसी जा रही है. 7 क्रिमिनल्स की 95 लाख रुपये की प्रोपर्टी NDPS Act के तहत जब्त करवाई है.

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