Haryana News: हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 6 योजनाओं का शुभारंभ किया था, जिसमें मुख्यमंत्री आवास योजना व पोर्टल, नो लिटिगेशन पोर्टल, PPP के माध्यम से प्रो ओबीसी प्रमाण पत्र पोर्टल, ई-रवन्ना और ई- भूमि के लिए नए पोर्टल का शुभारंभ शामिल है. लेकिन लोगों को राहत देने के लिए शुरू किए गए इन पोर्टल की जमीनी हकीकत कुछ और ही है.


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इस दौरान CM मनोहर लाल ने कहा था कि हर एक पोर्टल का अपना महत्व है. इसके साथ ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मैं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने हमारी सरकार को पोर्टल की सरकार की संज्ञा दी. इस बात को सुनना भी मेरे लिए गर्व की बात है. हम लगातार नए नए पोर्टल लाते रहेंगे. इसके साथ ही हम उम्मीद करेंगे की वो इस मुद्दे को चुनाव तक छोड़े नहीं. यदि पोर्टल को उखाड़ने की बात करते रहेंगे तो जनता उनको उखाड़ फेंकेगी, ऐसा हमारा मानना है.


मुख्यमंत्री ने 6 और नए पोर्टल की शुरुआत कर जनता को समर्पित कर दिए, जिनके द्वारा जनता अपने-अपने क्षेत्र में कॉमन सर्विस सेंटर में जाकर या फिर सरकार द्वारा सरकारी कार्यालय में जनता की सुविधाओं के लिए खोली गई ऑनलाइन पोर्टल सुविधा खिड़कियों पर जाकर अपनी समस्या का समाधान करा सकें.


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सरकार द्वारा दी जा रही यह ऑनलाइन पोर्टल सुविधाओं का लाभ जनता को कितना मिल रहा है? इससे जनता कितनी खुश है? ऐसे ही कई सवालों का जवाब जानने के लिए ZEE मीडिया संवाददाता सेक्टर 12 लघु सचिवालय की सरकारी ऑनलाइन पोर्टल खिड़की यानी की लघु सचिवालय कॉमन सर्विस सेंटर पर पहुंचे और वहां इसकी जमीनी हकीकत की पड़ताल की. 


आय प्रमाण पत्र (Income Certificate) में अपनी आय ठीक कराने आईं मधुबाला तोमर बताती है कि ये लोग ऐसे ही पब्लिक को परेशान करते हैं, यह कुछ नहीं करते. छोटे-छोटे बच्चों के साथ यहां आए हैं, भीषण गर्मी के बीच हम धक्के खा लहे हैं. जितनी कमाई नहीं है, उससे ज्यादा इनकम दिखा देते हैं, जिसे ठीक कराने के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. सरकार के पोर्टल खोलने से कोई सहूलियत नहीं मिल रही. सरकार बेवकूफ बना रही है, पब्लिक को परेशान कर रही है. केवल खबरों में आने के लिए बोलते हैं कि पोर्टल खोल दिए, जबकि हम धक्के खा रहे हैं.


एक अन्य महिला से जब हमारे संवाददाता ने ने बात की तो उन्होंने कहा कि कुछ नहीं हो रहा, हम खुद कार्ड सही कराने के लिएओ लाइन में लगे हुए हैं. हमें कोई मदद नहीं मिल रही.


पोर्टल से सहूलियत के सवाल पर अन्य महिला बताती है कि पोर्टल से कोई सुविधा नहीं मिल रही, केवल धक्के खा रहे हैं. कई सालों से कोठी में झाड़ू पोंछा करके अपना गुजारा कर रही हूं, पति की कोई नौकरी नहीं है फिर भी ज्यादा आय दिखाई गई है. 


Input- Amit Chaudhary