Kurukshetra News: हरियाणा में एक बार फिर किसान बड़े आंदोलन की तैयारी में नजर आ रहे हैं. आगामी 23 नवंबर को  पिपली में जन आक्रोश रैली की जाएगी, जिसमें किसान, व्यापारी, युवा,स मजदूर और आम आदमी शामिल होंगे. ये जन आक्रोश रैली भारतीय किसान यूनियन (BKU) के बैनर तले आयोजित होगी. BKU नेता गुरनाम चढूनी ने कहा कि इस रैली में हरियाणा, पंजाब, यूपी सहित कई राज्यों के लोग शामिल होंगे. 


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सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में रैली
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के बैनर तले ये जन आक्रोश रैली सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में की जा रही है. सरकार ने किसान आंदोलन के दौरान एमएसपी कानून बनाने का आश्वासन दिया था, जिस पर सरकार की तरफ से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. इसके साथ ही चुनाव के दौरान दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने, किसान की कर्ज माफी, मजदूरों को 15 हजार रुपए न्यूनतम वेतन देने सहित कई अन्य मांगों को लेकर किसान जनाक्रोश रैली करेंगे. भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने जन आक्रोश रैली के बारे में बोलते हुए कहा कि ये रैली रिकॉर्ड तोड़ ,  जिसमें किसानों के अलावा मजदूर रेहड़ी-पटरी वाले व आम आदमी भी शामिल होंगे.


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भाकियू नेता गुरनाम चढूनी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि गरीब और गरीब हो रहा , जबकि अमीर और अमीर हो रहा . देश के 9 अमीर लोग 50 करोड लोगों पर अपना आधिपत्य स्थापित कर रहे हैं. देश-प्रदेश में बेरोजगारी इस कदर बढ़ रही है कि प्रतिदिन 38 बेरोजगार अपनी जान गवां रहे हैं. युवा वर्ग विदेश में पलायन कर रहा है. सरकार द्वारा केवल युवाओं को रोजगार देने के झूठे वादे किए जाते हैं. 


पूंजीपतियों की कर्ज माफी
किसान नेताओं का कहना है कि सरकार ने बड़े स्तर पर पूंजीपतियों का कर्ज माफ किया है, जबकि किसान कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे हैं. अगर पूंजीपतियों के जितना कर्ज किसानों का माफ किया जाता तो आज सभी किसान कर्ज मुक्त हो जाते. जन आक्रोश रैली के माध्यम से किसान कर्ज मांफी की भी मांग करेंगे. 


Input- Darshan Kait