Bhiwani News: राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय आज एक निजी स्कूल के कार्यक्रम में शामिल हुए, इस दौरान उन्होंने शिक्षा और संस्कार दोनों को जरूरी बताया. राज्यपाल ने कहा कि सभ्य और समृद्ध राष्ट्र के निर्माण के लिए युवा पीढ़ी का शिक्षा के साथ-साथ संस्कारवान होना बहुत जरूरी है.
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Bhiwani News: भिवानी के सिवानी में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय एक निजी स्कूल के वार्षिक उत्सव एवम पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि बच्चों में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार का होना बहुत जरूरी हैं. बच्चों में संस्कार स्कूली शिक्षा के दौरान ही लाए जाते हैं, संस्कारों के बिना शिक्षा अधूरी है. सभ्य और समृद्ध राष्ट्र के निर्माण के लिए युवा पीढ़ी का शिक्षा के साथ-साथ संस्कारवान होना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि बच्चों को केवल किताबी ज्ञान ही नहीं देना है, बल्कि उनको एक अच्छा इंसान भी बनाना है.
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कार्यक्रम के दौरान स्कूल के 150 से अधिक होनहार बच्चों को स्कूल की तरफ से पुरस्कार देकर सम्मानित किया. इस दौरान उन्होंने स्कूल के इंडोर खेल स्टेडियम का भी उद्घाटन किया. समारोह के दौरान राज्यपाल छोटे बच्चों को दुलारते हुए भी नजर आए.
अपने संबोधन में राज्यपाल दत्तात्रेय ने कहा कि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का वास होता है, ऐसे में बच्चों का स्वास्थ्य सही होना चाहिए. बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में भाग लेना चाहिए. इससे न केवल संस्कृति का आदान प्रदान होता है बल्कि बच्चों में आत्मविश्वास की भावना प्रबल होती है. इस दौरान उन्होंने युवाओं से कड़ी मेहनत से अपना लक्ष्य हासिल करने को कहा.
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राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि युवा अपनी ऊर्जा का प्रयोग देश और समाज के विकास में करें. आज के विद्यार्थी ही हमारा भविष्य हैं. समारोह में महिलाओं की भारी संख्या में मौजूदगी पर प्रसन्नता वक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हमें मातृ शक्ति का सम्मान करने के साथ-साथ उनको उच्च शिक्षित करना जरूरी है. सही रूप में महिला ही अपने बच्चों में संस्कार भरने का काम करती है. उन्होंने कहा कि एक शिक्षित महिला अपने परिवार का लालन-पालन सही ढंग से करने के साथ-साथ बच्चों को सही दिशा भी प्रदान करती है. उन्होंने कहा कि महिला जितनी आगे बढ़ेगी, देश भी उतना ही आगे बढ़ेगा. नई शिक्षा नीति में भी महिला शिक्षा को प्राथमिकता दी गई है.
इस दौरान राज्यपाल ने दो तोतों की कहानी सुनाते हुए कहा कि परिवार में जैसा माहौल होगा या जैसे संस्कार होंगे, छोटे बच्चे भी उसी का अनुसरण करके वैसे ही बन जाते हैं. ऐसे में परिवार में आपसी व्यवहार और अच्छा माहौल होना जरूरी है. राज्यपाल ने कहा कि पिछले ही हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम करके विद्यार्थियों में जो परीक्षा को लेकर डर था, उसे आत्मविश्वास में बदलने का काम किया है. साथ ही PM ने वर्षों से चली आ रही शिक्षा नीति में बदलाव करके देश को बड़ी ही प्रभावशाली नई शिक्षा नीति को लागू किया है.
राज्यपाल ने कहा कि PM मोदी ने हमारी वर्षों पुरानी भावनाओं कि कदर करते हुए अयोध्या में राम मंदिर और उसमें मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कराकर एक कीर्तिमान स्थापित किया है. पूरे देश वासियों की भगवान श्री राम में आस्था है. मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम हमारे आदर्श हैं, हमारी आत्मा हैं. मोदी ने सबका साथ सबका विकास, जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान का नारा देते हुए हमारे किसानों की आय दोगुनी, जवानों को नए हथियारों से सुसज्जित और वैज्ञानिको के द्वारा मंगल ग्रह पर चंद्रयान भेज कर विश्व में भारत माता का नाम रोशन किया है.
Input- Naveen Sharma