Haryana Kisan: एक तरफ किसान फसल के अच्छे दाम मिलने से खुश नजर आ रहे हैं तो दूसरी तरफ देर शाम से जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश का असर अनाज मंडी में स्थित गेहूं की फसल पर देखने को मिला है. किसानों द्वारा मंडी में बेचने के लिए लाए पीला सोना खुले आसमान नीचे पड़ा हुआ है और बारिश से खराब हो रहा है.
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Haryana Kisan: भिवानी की नई अनाज मंडी में सरसों की फसल की खरीद 26 मार्च से शुरू हुई थी. भिवानी जिले की अन्य मंडियों में भी सरसों की फसल सरकारी खरीद चल है. मंडी में आते ही टोकन कट जाता है. किसानों की सरसों सरकारी समर्थन 5650 रुपये में बिक रही है. किसानों को हर सुविधा का ध्यान मंडी प्रशाशन ने रखा है, लेकिन मूलभूत सुविधाओं का थोड़ा टूटा हुआ है.
क्योंकि, फसल मंडी में दो जगह खरीदारी हो रही है. एक अनाज मंडी तो दूसरी जगह चारा मंडी में. चारा मंडी में खाने पीने की दिक्कत किसानों को झेलनी पड़ रही है, लेकिन सरकार के अनुसार किसानों का दाना दाना खरीदा जाएगा. वही अबकी बार किसानों का कहना है कि फसल अच्छे दामों पर बिक रहे है और न हा कोई समस्या हो रही है, लेकिन चारा मंडी में खाने पीने की समस्या जरूर है. मंडी में आते ही फसल बिक रही है. सरकार ने अब की बार अच्छे इंतजाम किए हैं.
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इस पर मंडी सुपरवाइजर योगेश शर्मा ने बताया कि भिवानी मंडी समेत जिले की अन्य मंडियों में कुछ सरसों की फसल सरकारी खरीद चल है. किसानों को अच्छे भाव भी मिल रहे हैं. अबकी बार किसानों को कोई भी दिक्कत का सामना करना नहीं पड़ेगा.
सोनीपत की अनाज मंडी में किसानों का गेहूं भीगा
एक तरफ किसान फसल के अच्छे दाम मिलने से खुश नजर आ रहे हैं तो दूसरी तरफ देर शाम से जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश का असर अनाज मंडी में स्थित गेहूं की फसल पर देखने को मिला है. किसानों द्वारा मंडी में बेचने के लिए लाई गई गेहूं की फसल खुले आसमान के नीचे डाली हुई थी. जो देर रात से हो रही बारिश में किसानों का पीला सोना भीग गया. वहीं खरीदे एजेंसी की तरफ से बड़ी लापरवाही देखने को मिली और गीले गेहूं को बोरियों में भरते हुए श्रमिक नजर आए.
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मंडी में गेहूं की फसल लेकर पहुंचे किसान ने कहा कि मंडी प्रबंधन की तरफ से बारिश से बचने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. मंडी में आए गेहूं का समय पर उत्थान नहीं हो पा रहा है, जिसके चलते मंडी में स्थापित शेड के नीचे गेहूं की बोरियां रखी हुई है, जिसके चलते किसानों को मजबूरन गेहूं को खुले आसमान के नीचे उतरने पर मजबूर होना पड़ रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन व मंडी प्रबंधन की तरफ से किसानों के लिए समय पर गेहूं का उत्थान करवा कर मंडी में गेहूं उतारने का स्थान खाली करवाना चाहिए.
(इनपुटः नवीन शर्मा, सुनिल कुमार)