हरियाणा दिवंगत गेस्ट टीचर्स की विधवाओं ने शिक्षा मंत्री को सौंपा खून से लिखा पत्र, की ये मांग
Yamunanagar News in Hindi: हरियाणा में दिवंगत अतिथि अध्यापकों की विधवाओं ने अपने खून से पत्र लिखा, जिसे उन्होंने शिक्षा मंत्री को सौंपा. जिसमें उन्होंने वेतन की मांग की है, जिससे कि वे अपना घर चला सकें.
Yamunanagar News: हरियाणा के हर जिले से खून से लिखे हुए पत्रों को दिवंगत गेस्ट टीचर्स की विधवाएं शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर से मिलने पहुंचीं. जब महिलाएं खून से लिखे पत्र लेकर मंत्री आवास पर गई तो ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने शिक्षा मंत्री से मीटिंग कराने की बात कहकर 8 सदस्य प्रतिनिधि मण्डल अपने साथ ले गए ओर शिक्षा मंत्री से बात कराई.
इन महिलाओं ने रोते हुए अपना दर्द मंत्री को बताया और मांग की कि उनके पति की नौकरी 58 साल तक पक्की हो चुकी है, तो उनके जाने के बाद 58 साल की उम्र होने तक उन्हें वेतन दिया जाए. इस पर शिक्षा मंत्री ने मंगलवार को इस बारे मुख्यमंत्री से मिलकर बात रखने की बात कही. शिक्षा मंत्री ने पूछा कि इस तरह के अध्यापकों की संख्या कितनी है तब संगठन ने बताया कि 184 गेस्ट टीचर्स ऐसे हैं जो दिवंगत हो चुके हैं.
पलवल से सपना कुमारी अपने दो छोटे-छोटे 6 और 8 साल के बच्चों के साथ खून से लिखे पत्र लिखकर आईं. उनके बच्चों को देखकर प्रशासन के साथ मंत्री भी भावुक हो गए. कैथल से सुदेश रवीश ने मंत्री से कहा मजदूरी करके बच्चों को पाल रही हूं, मेरे बच्चों बहुत छोटे हैं. आपने मेरे पति की नौकरी तो सुरक्षित कर दी, लेकिन परिवार असुरक्षित छोड़ दिया. उन्होंने ये मांग की है कि साल 2019 के बाद से नौकरी पक्की कर दी गई थी को तब तक का उन्हें पूरा वेतन दिया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि अभी उन्हें किसी तरह का भत्ता या सुविधा नहीं मिल रही है.
किलोयी से आये रामभगत ने कहा कि मेरा बेटा 5 बच्चों बाप था. जो 8 महीने पहले हमे छोड़कर चला गया. बुढापे मे मैं कैसे उनका पालन करूं, कैथल से सुमित्रा और फरीदाबाद से रजिया बेगम मंत्री के सामने फूट-फूटकर रोने लगी और कहा कि हमें मुख्यमंत्री से मिलवा दो तब मंत्री ने कहा कि मंगलवार को मैं मुख्यमंत्री जी से बात करके आपको जरूर मिलवाऊंगा. वहीं संघ के महासचिव पारस शर्मा ने शिक्षा मंत्री से सर्विस रूल्स के बारे पूछा तो मंत्री ने कहा कि राजेश खुल्लर इस कार्य को बहुत जल्द पूरा कराएंगे और बहुत जल्द इस बाबत पत्र जारी हो जाएंगे.
Input: कुलवंत सिंह